Animal Care एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक पशु उत्पादन देने वाला हो या शुष्क यानि जो न तो दूध दे रहा है और न ही अभी बच्चा देने के लिए तैयार है, लेकिन अच्छी खुराक की जरूरत हर एक पशु को होती है. क्योंकि जीवन जीने के लिए शरीर की जरूरतों को भी पूरा करना है. यही वजह है कि नई उम्र का बढ़ता हुआ पशु हो या फिर दूध और बच्चा देने वाला पशु, उसे सभी तरह के पोषक तत्व खिलाने चाहिए. जिसमे सभी तरह के चारे, मिनरल और दाना शामिल रहता है. लेकिन ज्यादा चारा पशु का पेट भी खराब कर सकता है. जिसका सीधा असर पशु के उत्पादन पर पड़ता है.
हालांकि पशु के पेट खराब होने की और भी कई वजह होती हैं. लेकिन इसमे सबसे अहम वजह हरा चारा ही है. जिसके चलते पशु का पेट खराब यानि अफरा होता है. ये पशुओं की आम परेशानी है. पशुओं की संख्या पांच हो या 50 अफरा की परेशानी पशुओं में हर जगह देखी जाती है. लेकिन जरूरी है कि पशु का पेट खराब होते ही उसका इलाज शुरू कर दिया जाए, नहीं तो पशु खाना-पीना छोड़ देता है.
एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो पशु का पेट खराब यानि अफरा होने पर पशु के बाई और की साइड का पेट फूल जाता है. पेट का आकार बढ़ा हुआ दिखाई देता है. रूमन का गैसों से अधिक फूल जाने के कारण डायफ्राम पर दबाव पड़ता है. पशु को सांस लेने में दिक्कत होती है. पशु मुंह खोलकर जीभ बाहर निकालकर सांस लेता है. पशु बैचेन और सुस्त दिखाई देता है. बार-बार थोड़ा-थोड़ा गोबर-पेशाब करता है. सही समय पर उपचार नहीं किया जाए तो पशु की मौत भी हो सकती है.
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