गाजियाबाद के इस तालाब को मॉडल बनाने की तैयारी, मछलीपालन के साथ खेती के गुर सीखेंगे किसान

गाजियाबाद के इस तालाब को मॉडल बनाने की तैयारी, मछलीपालन के साथ खेती के गुर सीखेंगे किसान

Ghaziabad News: उन्होंने बताया कि 4 सालों से मैं मछली पालन कर रही हूं. मछली पालन एक अच्छा कारोबार है, लेकिन समय के साथ बदलाव करना भी बहुत जरूरी है. वह अपने तालाब में फिलहाल, मंजू तालाब में फिश फार्मिंग और सिंघाड़े की खेती कर रही है.

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गाजियाबाद के इस तालाब को मॉडल बनाने की तैयारी, मछलीपालन के साथ खेती के गुर सीखेंगे किसानगाजियाबाद के मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने तालाब का लिया जायजा

खेती-किसानी में अब महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के दुहाई गांव की रहने वाली महिला किसान मंजू कश्यप को फॉर्म लेडी के नाम से जाना जाता है. दरअसल जहां मंजू का तालाब हैं वो पूरा इलाका फैक्ट्रियों से घिरा हुआ हैं. फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल मछलीपालन, सिंघाड़े समेत कई सब्जियां और फलों की खेती को बुरी तरह से प्रभावित करती है. ऐसे में इस फॉर्म लेडी ने गाजियाबाद के जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि यह तालाब मछली पालन के साथ इंटरक्रॉपिंग खेती के लिए काफी बेहतर हैं. इसलिए इस तालाब को मॉडल के रूप में विकसित किया जाए.  

इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में दुहाई की रहने वाली मंजू ने बताया कि गाजियाबाद के मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल बीते 24 जनवरी को मेरे तालाब का दौरा करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने मछलीपालन के साथ सब्जियों और फलों की बागवानी को देखकर दंग रह गए. उन्होंने बताया कि सीडीओ साहब ने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से तालाब को एक मॉडल के रूप में विकसित करने का सुझाव मांगा है. वहीं मेरे द्वारा तालाब के सौंदर्यीकरण का प्लान उनको सौंपा गया है.

युवा और महिला किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा

मंजू कश्यप बताती हैं कि आने वाले कुछ दिनों इस तालाब की तस्वीर बदल जाएगी. क्योंकि मेरठ-दिल्ली हाइवे से सटा होने के कारण एक प्रशिक्षण केंद्र भी खोले जाने का प्रस्ताव है.वहीं प्रशिक्षण केंद्र खुल जाने के बाद कई युवा और महिला किसानों को एक सेंटर पर मत्स्य पालन के साथ दूसरी फसलों की पैदावार कैसे की जाए उसकी जानकारी मिलेगी. इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और नई-नई तकनीक की जानकारी. 

मछलीपालन के साथ बहुत कुछ...

उन्होंने बताया कि 4 सालों से मैं मछली पालन कर रही हूं. मछलीपालन एक अच्छा कारोबार है, लेकिन समय के साथ बदलाव करना भी बहुत जरूरी है. वह अपने तालाब में फिलहाल, मंजू तालाब में फिश फार्मिंग और सिंघाड़े की खेती कर रही है.

पिकनिक स्पॉट की तर्ज पर विकसित किए जाएंगे तालाब
पिकनिक स्पॉट की तर्ज पर विकसित किए जाएंगे तालाब

तालाब के किनारे मेढ़ पर मंजू ने गोभी, भिंडी, बैंगन, तोरई, टमाटर, लौकी, बेर अमरूद आदि लगा रखें है. मंजू मेढ़ पर पालक की खेती भी करती हैं. प्रगतिशील महिला किसान मंजू ने खेती की मॉडर्न टेक्निक्स का इस्तेमाल कर आय के साधनों को आगे बढ़ाने का एक नया प्रयास शुरू किया है. कुछ महीने के बाद ही परिणाम नजर आने लगे.

गाजियाबाद में हैं कुल 125 तालाब 

आपको बता दें कि तालाबों को अमृत सरोवर के साथ-साथ पिकनिक स्पॉट की तर्ज पर भी विकसित करने की जल्द कवायद शुरू होगी. इन सभी अमृत सरोवरों को सीएसआर फंड से विकसित किया जाएगा. यहां पर बच्चों के मनोरंजन के साधन भी बनाए जाएंगे. गाजियाबाद जिले में कुल 125 तालाब हैं. 

कम लागत में अच्छा मुनाफा

मंजू ने आगे बताया कि यह एक ऐसी फसल है जो पानी में ही उगाई जाती है. इसकी खेती कर किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. सिंघाड़े की फसल रोपाई के 6 माह बाद तैयार हो जाती है. वहीं अन्य फसलों के मुकाबले सिंघाड़े की खेती में दोगुना अधिक मुनाफा होता है. सिंघाड़े की गुणवत्ता की बात की करें तो साफ पानी में चमकदार सिंघाड़ा होता है और उसमें मिठास भी अधिक होता है.

कृषि विज्ञान केंद्र से मिली मदद

मंजू कश्यप बताती हैं कि कृषि विज्ञान केंद्र गाजियाबाद से उन्होंने ट्रेनिंग प्राप्त की है. मछली पालन या खेती में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करते हैं. समस्या के समाधान के लिए कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा पूर्ण रूप से मदद किया जाता है.

सालाना 10 लाख से अधिक की कमाई

फार्म लेडी मंजू कश्यप का कहना हैं कि सालाना मछली पालन, सिंघाड़ा फल और सब्जियों की खेती से करीब 10 लाख रुपये से अधिक की कमाई हो जाती है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र की अन्य महिलाओं को खेती की मॉडर्न तकनीक से जोड़ने की बड़ी तैयारी हैं.

पीएम मोदी ने भी की सराहना

बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर), पूसा में 109 उन्नत बीजों की किस्में जारी की थी. समाज की बहुत ही क्रांतिकारी महिला मंजू कश्यप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी सराहना की थी. 

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