
देश में पशुपालन में किसानों की रूची फिर से बढ़ती जा रही है. लेकिन पशुपालकों के लिए पूरे साल हरे चारे का प्रबंध करना काफी बड़ी चुनौती होता है, क्योंकि जानवरों के अच्छे पोषण के लिए हरा चारा खिलाना बेहद जरूरी होता है. हरे चारे के लिए किसानों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में हरे चारे में उपयोग होने वाले मक्के की खेती करके किसान अपने पशुओं के लिए पौष्टिक चारे का प्रबंध कर सकते हैं. दरअसल, मक्के का हरा चारा खिलाने से मवेशी पहले के मुकाबले अधिक दूध देने लगते हैं. ऐसे में अगर आप भी पशुओं को खिलाने के लिए मक्के के चारे की खेती करना चाहते हैं तो नीचे दी गई जानकारी की सहायता से मक्के की उन्नत किस्म के बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
किसानों और पशुपालकों कि सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन पोषक तत्वों से भरपूर और सेहतमंद मक्के की अफ्रीकन टॉल मेज़ किस्म के बीज बेच रहा है. इस चारे की बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज पौधे और चारे वाली फसलें आसानी से मिल जाएंगी. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं और खेती से लेकर पशुपालन में अपनी कमाई को बढ़ा सकते हैं.
अफ्रीकन टॉल मेज किस्म को अफ्रीकी मक्का के नाम से भी जाना जाता है. ये मक्के की हरे चारे वाली एक खास वैरायटी है. इसकी खेती हरे चारे और मक्के के आटे के लिए की जाती है. इस चारे का उपयोग गाय-भैंसों, बकरियों और भेड़ों को खिलाने के लिए किया जाता है. ये एक पौष्टिक चारा है जो पशुओं के लिए प्रचुर मात्रा में प्रोटीन का बेहतर स्रोत है. साथ ही दूध की क्वालिटी सुधारने में भी कारगर है. वहीं, ये चारा मात्र 60 से 65 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाता है.
अगर आप भी अपने पशुओं के लिए मक्के की खेती करना चाहते हैं और बीज खरीदना चाहते हैं तो 5 किलो का पैकेट फिलहाल 25 फीसदी की छूट के साथ 450 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से अपने पशुओं को संतुलित आहार वाला मक्के का चारा खिला सकते हैं.
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