Bakra Fraud: बकरा खरीदने से पहले 15 मिनट तक करें ये जांच, किया जा रहा है ये फर्जीवाड़ा

Bakra Fraud: बकरा खरीदने से पहले 15 मिनट तक करें ये जांच, किया जा रहा है ये फर्जीवाड़ा

Bakrid जानकारों का कहना है कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए जो बकरे खरीदे जाते हैं उसमे सबसे पहले यही देखा जाता है कि बकरा वजनदार है या नहीं. अच्छे दाम भी ऐसे ही बकरों के मिलते हैं जो वजन में अच्छे होते हैं. आम दिनों के मुकाबले ऐसे बकरों के बकरीद के मौके पर चार से पांच हजार रुपये तक ज्यादा मिल जाते हैं. 

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Bakra Fraud: बकरा खरीदने से पहले 15 मिनट तक करें ये जांच, किया जा रहा है ये फर्जीवाड़ा100 बकरियां पालने में कितना खर्च आएगा?

Bakrid आम दिनों में मीट खाने के शौकीनों के लिए बकरे का वजन ज्यादा है या नहीं, ये कोई मायने नहीं रखता है. उल्टे वो कम वजन वाला बकरा खरीदने को वरीयता देते हैं. लेकिन बकरीद के मौके पर बकरे का जितना ज्यादा वजन होगा तो उसके उतने ही ज्यादा दाम मिलेंगे. साथ ही उसी बकरे की बाजार में ज्यादा डिमांड होगी जिसका वजन ज्यादा होगा. बकरीद के मौके पर देश में जहां 55 से 60 किलो वजन की नस्ल वाले बकरे बिकते हैं तो 30 से 35 किलो वजन तक के बरबरी और ब्लैक बंगाल नस्ल के बकरे भी बिकते हैं. वहीं कुछ खास नस्ल के बकरों को अच्छी खुराक देकर 100 से 150 किलो वजन तक का तैयार किया जाता है. 

लेकिन कुछ बकरे बेचने वाले बकरे का वजन बढ़ाने के लिए फर्जीवाड़ा भी करते हैं. कुछ गलत तरीकों का इस्तेमाल कर कुछ वक्त के लिए बकरों को मोटा ताजा और वजनदार दिखा देते हैं. लेकिन घर आते-आते कुछ ही घंटों में ऐसे बकरों की हवा निकल जाती है और असलियत सामने आ जाती है. गोट एक्सपर्ट की मानें तो सिर्फ 15 मिनट की मामूली सी जांच के बाद इस फर्जीवाड़े को आराम से पकड़ा जा सकता है. 

ऐसे पकड़ सकते हैं बकरों में फर्जीवाड़े के खेल को 

बकरीद के मौके पर बकरा बाजार में भी खूब फर्जीवाड़ा होता है. कुछ लगत तरीकों का इस्तेमाल कर बकरे को वजनदार और हेल्दी दिखाया जाता है. जैसे बकरे को मोटा दिखाने के लिए उसे जरूरत से ज्यादा पानी पिला देते हैं. अब आप कहेंगे कि बकरा कैसे ज्यादा पानी पी लेता है. तो खेल ये कि बकरा पालक बकरे को एक ऐसी दवाई खि‍लाते हैं जिससे उसका गला खुश्क हो जाता है. ऐसे में जब बकरा पानी मांगता है तो उसके सामने बार-बार पानी रखा जाता है. और बकरा भी गटागट पानी पीता जाता है.

ऐसे बकरों की पहचान ये है कि ज्यादा पानी पीने के बाद बकरा जुगाली नहीं कर पाता है. आप ध्यान से देखेंगे तो बकरा 15-20 मिनट तक जुगाली नहीं करता है. अगर बकरा जुगाली न करे तो समझ लें कि बकरे को जरूरत से ज्यादा पानी पिलाया गया है.इसके अलावा हाथ की चारों उंगलियों को जब बकरे के पेट धीरे-धीरे मारते हैं तो उसमे से ढब-ढब की आवाज आती है, जबकि खाली पेट या फिर कम पानी वाले पेट से सामान्य आवाज आती हैं.  

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