Kisan Tak Summit: किसान भी आलू-सब्जी के लिए बना सकते हैं कोल्ड स्टोरेज, जानें कैसे मिलेगी मदद 

Kisan Tak Summit: किसान भी आलू-सब्जी के लिए बना सकते हैं कोल्ड स्टोरेज, जानें कैसे मिलेगी मदद 

Subsidy for Cold storage किसान एफपीओ के माध्यम से या खुद अपना कोल्ड स्टोरेज बनाना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार मदद कर रही है. कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए अगर सब्सिडी लेनी है तो किसान एकीकृत बागवानी मिशन योजना के तहत सब्सिडी का फायदा ले सकते हैं. इसके लिए किसानों को uphorticlture.in पर आवेदन करना होगा.

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Kisan Tak Summit: किसान भी आलू-सब्जी के लिए बना सकते हैं कोल्ड स्टोरेज, जानें कैसे मिलेगी मदद आलू चेचक रोग (Potato Pox Disease)

Subsidy for Cold storage अब आलू न तो सड़क पर फिकेगा और न ही एक-दो रुपये किलो बिकेगा. क्योंकि आलू के लिए अब न तो बाजार की कमी है और न ही कोल्ड स्टोरेज की. लेकिन जरूरत इस बात की है कि आलू किसान को समझना होगा कि बाजार की डिमांड क्या है. दूसरा ये कि आज आलू की खेती के साथ तकनीक को भी जोड़ना होगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) खेती में दाखि‍ल हो चुकी है. और आलू की कीमत भी तभी मिलेगी जब उसमे क्वालिटी होगी. ये कहना है आलू एक्सपर्ट और साइंटिस्ट का. 

साथ ही उन्होंने आलू उत्पादन बढ़ाने और आलू से मुनाफा कैसे कमाया जाया इस पर भी बात की. मौका था इंडिया टुडे (आजतक) के प्लेटफार्म किसान तक की ओर से लखनऊ में किसान तक सम्मि‍ट के तहत आलू अधि‍वेशन का. जहां किसानों को ये जानकारी भी दी गई कि अगर कुछ किसान एफपीओ के तहत कोल्ड स्टोरेज बनाना चाहते हैं तो उसके लिए सरकार किस तरह से मदद कर रही है. 

चैट जीपीटी दूर कर रहा आलू किसान की परेशानी 

फसल कंपनी के फाउंडर शैलेन्द्र तिवारी का कहना है कि आज हर किसान के हाथ में मोबाइल फोन है. और इसी मोबाइल में उसकी हर परेशानी का इलाज है. जरूरत बस इस्तेमाल करने की है. अगर कोई किसान मोबाइल पर लिख नहीं सकता है तो बोलकर अपनी परेशानी बता सकता है. चैट जीपीटी आज किसान की हर बात को किसी भी भाषा में सुनकर उसका जवाब दे रहा है. आज आलू ही नहीं हर तरह की खेती में तकनीक का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. तकनीक की बदौलत ही हम आलू उत्पादन में दो करोड़ टन से छह करोड़ टन पर पहुंचे हैं. 

एआई का फायदा आम किसान कैसे ले सकता है. 

इस सवाल के जवाब में शैलेन्द्र तिवारी ने बताया कि अगर आलू की ही बात करें तो आलू के लिए मिट्टी, पानी और मौसम बहुत जरूरी है. मिट्टी की हैल्थ बिगाड़ रही है, उसे किस तरह के इलाज की जरूरत है, पानी कब देना है, बीमारी लगने वाली है और वक्त रहते ये पता चल जाए कि मौसम बिगड़ने वाला है तो इससे ज्यादा आलू की फसल के लिए और कोई फायदे की बात नहीं हो सकती है. और ये सब काम करता है एआई. एआई से आलू में क्वालिटी आती है और कवालिटी वाला आलू अच्छा दाम दिलाता है. 

आलू उत्पादन में दूसरे से पहले नंबर पर आने के लिए क्या करना चाहिए.

किसान तक के इस सवाल के जवाब में शैलेन्द्र तिवारी का कहना है कि आलू उत्पादन में चीन को पीछे छोड़ने और नंबर वन बनने के लिए हमे 10 साल के लिए टारगेट फिक्स करना होगा. उसके हिसाब से हीट टोलरेंट बीज चाहिए होगा. प्रोडक्शन पर ध्यान देना होगा. प्रोडक्शन में नई तकनीक अपनानी होगी. पानी के बारे में बात करनी होगी. बीमारी के बारे में पहले से बता करना होगा. मोबाइल पर खेती की जानकारी लें. आलू के वैल्यू एडीशन पर काम करना होगा. 

अपना कोल्ड बनाने को सरकार से लें मदद 

यूपी कोल्ड एसोसिएशन के सेक्रेटरी यश कुमार ने आलू अधि‍वेशन में कोल्ड स्टोरेज की कमी पर बोलते हुए कहा कि यूपी में 22 कोल्ड हैं. लगातार कोल्ड की संख्या बढ़ रही है. लेकिन बहुत सारे कोल्ड खाली पड़े हुए हैं. इसकी एक वजह ये है कि कुछ किसान एक-डेढ़ महीने तक आलू को बाहर रखते हैं. बाहर से ही आलू को बाजारों में बेचते रहते हैं. ऐसा कोल्ड के किराए से बचने के लिए किया जाता है. हालांकि ये तरीका गलत है. क्योंकि ऐसा करने से आलू की क्वालिटी खराब होती है. आलू के दाम भी गिर जाते हैं. सरकार की नीतियां बहुत अच्छी हैं, नए कोल्ड बन रहे हैं. हाल ही में 130 नए कोल्ड बने हैं. जब उत्पादन बढ़ता है तो ऐसे ही नए कोल्ड में चला जाता है. 

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