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Rajasthan: चार साल में गौशालाओं को इतने हजार करोड़ रुपये की मिली सब्सिडी, जानिए डिटेल्स

Rajasthan: चार साल में गौशालाओं को इतने हजार करोड़ रुपये की मिली सब्सिडी, जानिए डिटेल्स

राजस्थान सरकार ने बीते चार साल में प्रदेश की गौशालाओं को 2313 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है. सरकार का कहना है कि पिछली भाजपा सरकार ने पांच साल में सिर्फ 150 करोड़ रुपये ही सब्सिडी दी थी. साथ ही पशुपालको दूध पर प्रति लीटर पांच रुपये सब्सिडी दी जा रही है.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में किसान प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन किया. फोटो- DIPR मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में किसान प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन किया. फोटो- DIPR

राजस्थान में बीते चार साल में गौशालाओं को 2313 करोड़ रुपये सब्सिडी के रूप में दिए हैं. इससे प्रदेश में गौशालाओं और गायों का संवर्धन हो रहा है. सरकार का दावा है कि उन्होंने पिछली भाजपा सरकार से कई गुना अधिक अनुदान गायों को दिया है. दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर में किसान प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने ये आंकड़े पेश किए. उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार में गोशालाओं को पांच साल में सिर्फ 150 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए थे.

किसान प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन किया

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में गोवर्धन विलास स्थित उदयपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ परिसर में किसान प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन किया. उन्होंने केन्द्र में चल रहे निर्माण का मुआयना किया और दुग्ध दिवस समारोह में पशुपालकों से बातचीत की. 

मुख्यमंत्री ने पशुपालकों से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य सरकार ने किसानों और पशुपालकों के विकास में कोई कमी नहीं रखी है. बीते चार साल में गोशालाओं को 2313 करोड़ रुपए से अधिक का अनुदान दिया है. जबकि गत सरकार ने पांच साल में गौशालाओं को 150 करोड़ रुपए ही दिए गए थे. 

पशुपालकों को दूध पर मिल रही सब्सिडी

सीएम ने कहा कि हमारी सरकार पशुपालकों को दूध पर भी सब्सिडी दे रही है. उन्हें प्रति लीटर पांच रुपए का अनुदान दिया जा रहा है. अभी तक 1110 करोड़ रुपए की सब्सिडी दूध पर दी जा चुकी है. इससे पशुपालकों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है. इसके अलावा गौशालाओं को अब नौ महीने सब्सिडी दी जा रही है. साथ ही मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत भी विद्यालयों में बच्चों को अब छह दिन दूध पिलाने की घोषणा की है. 

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पशुपालन सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए खोली जा रही नंदीशालाएं

राजस्थान सरकार पशुपालन क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम कर रही है. इसीलिए प्रदेश में हर पंचायत समिति में एक नंदीशाला खोली जा रही हैं. इसे बाद में पंचायत स्तर तक भी ले जाया जाएगा. इसके अलावा प्रदेशभर में पांच हजार डेयरी बूथ खोले जा रहे हैं. इससे बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सकेगा. 

पशुपालकों को दिए योजनाओं के लाभ 

समारोह में मुख्यमंत्री गहलोत ने सचिव कल्याण कोष से वली समिति के बाबूलाल और पीथलपुरा समिति की वरदी बाई को एक-एक लाख रुपए के चैक दिए. सारस लाड़ली योजना के तहत 5500 रुपए की एफडी टोडा की यशस्वी कंवर, उथरदा की लक्षिता, नांदवेल की रीना तथा डांगीखेड़ा की हर्षिता पटेल को  दी गई.

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उन्होंने सबसे अधिक दूध संकलन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ढीमड़ी समिति, द्वितीय स्थान पर इटाली समिति तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने पर फीला समिति को प्रमाण पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया.  

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