पिछले 10 दिनों से ज्यादा अधिक समय तक मॉनसून की सुस्ती के बाद, मौसम संबंधी परिस्थितियां देश के कई हिस्सों में बदल रही है. साथ ही दक्षिण-पश्चिम मानसून भी आगे बढ़ने लगा है. वहीं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में गर्मी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं. आईएमडी ने अगले कुछ दिनों के लिए एक डिटेल्ड पूर्वानुमान जारी किया है. इससे पता लगता है कि मॉनसून जल्द ही देश के बाकी हिस्सों को कवर कर जेगा.
आने वाले दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के और आगे बढ़ने की उम्मीद है. अगले दो दिनों में, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के विभिन्न क्षेत्रों में अनुकूल परिस्थितियां बन ही हैं जो मॉनसून के आगे बढ़ने में सहायक होंगी. इसके बाद, अगले तीन दिनों में, मॉनसून के गुजरात, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कुछ हिस्सों में फैलने की संभावना है. इस तेज गति से आगे बढ़ने से बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होगी. इससे इन क्षेत्रों में नमी के स्तर में सुधार होगा. यह वह समय है जो कृषि और धान जैसी फसलों की बुवाई के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है.
बारिश की अगर बात करें तो मॉनसून के 13 से 17 जून, 2025 तक सक्रिय चरण में रहने का अनुमान है. इस दौरान, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत और कोंकण और गोवा क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी. अलग-अलग इलाकों में 24 घंटे के भीतर 20 सेमी से ज्यादा भारी बारिश हो सकती है. इससे मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु समेत निचले इलाकों में बाढ़ और जलभराव की संभावना है. इन शहरों और कस्बों के निवासियों और अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूरे हिमाचल प्रदेश में 16-21 जून तक बारिश और गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी की है. शिमला में शुक्रवार को मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण भीषण गर्मी से राहत मिली. आईएमडी के वैज्ञानिक शोभित कटारा ने पीटीआई को बताया, '14-15 जून को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, शिमला और सोलन में हल्की बारिश और गरज के साथ बारिश की उम्मीद है. 16-21 जून तक पूरे हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ बारिश और बारिश की उम्मीद है.'
दूसरी ओर, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र समेत भारत के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में अगले दो दिनों तक लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बनी रहेगी. तापमान के ज्यादा रहने की संभावना बनी हुई है. लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे इसमें कमी आएगी. उमस का स्तर तेज होने के कारण इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे हाइड्रेटेड रहें, पीक ऑवर्स के दौरान सीधे धूप में न निकलें और बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें.
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