कई राज्यों पिछले दो-तीन दिन हवा-आंधी, बारिश-ओलावृष्टि के बाद दिन की रुकावट हुई है अब एक बार फिर कल से इसकी शुरुआत होने जा रही है. हालांकि, दक्षिण भारत में कई जगहों पर आज भारी बारिश का अनुमान है. एक नए पश्चिमी विक्षोभ के साथ, 15 और 16 जनवरी, 2025 को उत्तर-पश्चिम और आसपास के मध्य भारत में बारिश की संभावना है. इस दौरान कई राज्यों में घने कोहरे की स्थिति जारी रहने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार और गुरुवार को एक बार फिर बेमौसम बारिश, हवा-आंधी, वज्रपात और ओलावृष्टि का पूर्वानुमान जारी किया है.
आईएमडी के मुताबिक, बीते दिन पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर शीत लहर और भीषण शीतलहर चली, जबकि पश्चिमी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में शीतलहर का असर देखने को मिला. वहीं, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर घना से लेकर बहुत घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर से कम रह गई और हिमाचल प्रदेश और मध्य महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाने से विजिबिलिटी 50 से 199 मीटर के बीच रही.
मौसम विभाग के अनुसार, आज दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में भीषण शीतलहर का अलर्ट जारी है. बीते दिनों बारिश और ओलावृष्टि के कारण यहां के तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है. आज दिल्ली में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहने का अुनमान है. बुधवार और गुरुवार को सामान्य रूप से बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है. इस दौरान तापमान की स्थिति लगभग आज की तरह ही बनी रहेगी.
आईएमडी की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, आज दक्षिण में तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु-पुडुचेरी और केरल में कुछ स्थानों पर गरज-चमक और भारी बारिश के आसार है. वहीं, 15 जनवरी को केरल में भारी बारिश काे लेकर अलर्ट जारी है और तमिलनाडु पुडुचेरी में आंधी-तूफान चलने की आशंका है.
अगले 48 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान और पूर्वी राजस्थान में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. हालांकि, इसके बाद धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ सकता है.
वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत और महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव का अनुमान नहीं है. उसके बाद के 2-3 दिनों के दौरान 2-3 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक बढ़ोतरी होगी. इसके अलावा अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन होने की संभावना नहीं है.
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