La Nina: बेहद कमजोर और कम दिनों के लिए आएगा ला-नीना, गर्मी से राहत के आसार कम

La Nina: बेहद कमजोर और कम दिनों के लिए आएगा ला-नीना, गर्मी से राहत के आसार कम

WMO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अभी की न्यूट्रल स्थिति से ला-नीना के एक्टिव होने की 55 फीसद संभावना है. ऐसी स्थिति दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक बन सकती है. ला-नीना के प्रभाव में महासागर की सतह का तापमान घटता है जिससे हवा, दबाव और बारिश के पैटर्न में बदलाव आता है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि ला-नीना, अल-नीनो के विपरीत प्रभाव दिखाता है.

ला नीना पर आया बड़ा अपडेट, प्रचंड ठंड के लिए रहें तैयारला नीना पर आया बड़ा अपडेट, प्रचंड ठंड के लिए रहें तैयार
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Dec 12, 2024,
  • Updated Dec 12, 2024, 1:03 PM IST

La Nina: ला-नीना को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है. वर्ल्ड मेटरोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (WMO) ने बताया है कि ला-नीना तो आएगा, लेकिन वह बेहद कमजोर और कम दिनों के लिए होगा. WMO के ताजा अपडेट के मुताबिक, ला-नीना अगले तीन महीने में एक्टिव होगा, लेकिन उसके कमजोर और कम दिनों तक रहने की संभावना है. इसका मतलब हुआ कि ला-नीना की वजह से तापमान में गिरावट बहुत कम दिनों के लिए होगा. यानी अगले साल भी लोगों को गर्मी से राहत मिलने की संभावना कम है.

WMO ने बताया है कि ला-नीना ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रभाव को कम करता हुआ नहीं दिख रहा है. इस तरह साल 2024 अभी तक का सबसे गर्म साल दर्ज हो सकता है. फिलहाल, न तो अल-नीनो है और न ही ला-नीना. अभी पूरी दुनिया में न्यूट्रल स्थिति चल रही है. 

क्या कहती है WMO की रिपोर्ट?

WMO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अभी की न्यूट्रल स्थिति से ला-नीना के एक्टिव होने की 55 फीसद संभावना है. ऐसी स्थिति दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक बन सकती है. ला-नीना के प्रभाव में महासागर की सतह का तापमान घटता है जिससे हवा, दबाव और बारिश के पैटर्न में बदलाव आता है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि ला-नीना, अल-नीनो के विपरीत प्रभाव दिखाता है. 

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अल-नीनो से जहां गर्मी बढ़ती है, वहीं ला-नीना ठंड बढ़ाता है और बारिश लाता है. WMO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि साल 2024 अल-नीनो के साथ शुरू हुआ और सबसे गर्म साल का रिकॉर्ड बना सकता है. अगर ला-नीना एक्टिव भी होता है तो वह इतने कम दिनों के लिए और कमजोर रहेगा कि तापमान में बड़ी गिरावट की संभावना कम है. अभी पर्यावरण में ग्रीनहाउस गैसों का प्रभाव अधिक है जिसे कम करने के लिए ला-नीना का एक्टिव होना जरूरी है. मगर ऐसा होता नहीं दिख रहा है.

मई तक न्यूट्रल रहेगा मौसम

अगले साल मई तक मौसम की स्थिति न्यूट्रल बनी रहेगी, न अल-नीनो रहेगा और न ही ला-नीना. ऐसे में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में मौसम की बड़ी घटनाएं देखी जा सकती हैं जिनमें रिकॉर्ड ब्रेकिंग बारिश और बाढ़ के भी हालात बन सकते हैं. जलवायु में इस तरह के बदलाव सामान्य घटना हो जाएगी.

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WMO की रिपोर्ट में कहा गया है कि मौमस की न्यूट्रल स्थिति इस साल मई से शुरू होकर अभी तक जारी है. हालांकि दिसंबर में ला-नीना के एक्टिव होने की संभावना जताई गई थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं देखा गया है. एक अनुमान में कहा गया है कि दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक ला-नीना के एक्टिव होने की संभावना 55 परसेंट तक है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगले छह महीने तक अल-नीनो की संभावना नहीं है.

 

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