जम्‍मू में भारी बारिश-बाढ़ का कहर, 5 हजार लोगों को सुरक्ष‍ित जगह पहुंचाया गया, सेना और NDRF-SDRF तैनात

जम्‍मू में भारी बारिश-बाढ़ का कहर, 5 हजार लोगों को सुरक्ष‍ित जगह पहुंचाया गया, सेना और NDRF-SDRF तैनात

Jammu Flood Update: जम्मू में भारी बारिश और फ्लैश फ्लड से तबाही मची हुई है. तवी नदी समेत कई धाराएं उफान पर हैं. पांच हजार से अधिक लोग सुरक्षित निकाले गए है और सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ राहत में जुटे हैं.

Samba FloodSamba Flood
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Aug 27, 2025,
  • Updated Aug 27, 2025, 5:33 PM IST

जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश और फ्लैश फ्लड से तबाही का आलम है. बीते 24 घंटे में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो कि 1910 में वेधशाला की स्थापना के बाद से अब तक की सबसे अधिक बारिश है. इस बारिश ने कई नदियों को उफान पर ला दिया और निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया. प्रशासन और बचाव एजेंसियों ने अब तक 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. जम्मू और सांबा जिले में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.

बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हुई

लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने बताया कि 5,000 से ज्यादा लोगों को बाढ़ग्रस्त निचले इलाकों से सुरक्षित बाहर निकाला गया है. राहत सामग्री की पर्याप्त आपूर्ति और हर संभव मदद सुनिश्चित की जा रही है. लगातार हो रही बारिश से जम्मू संभाग का अधिकांश हिस्सा पानी में डूबा हुआ है. हालांकि, अब बारिश की तीव्रता कम हुई है, लेकिन हालात सामान्य नहीं हैं. 

प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में बिजली, पानी और इंटरनेट सेवाओं को बहाल करने के प्रयास तेज कर दिए हैं. उप राज्यपाल सिन्हा ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिन क्षेत्रों से पानी उतर रहा है वहां तुरंत बिजली और पानी की आपूर्ति शुरू की जाए.

जम्‍मू के उपायुक्‍त ने कही ये बात

उपायुक्त जम्मू राकेश मिन्हास ने कहा कि जिले में अकेले 3,500 से ज्यादा लोगों को मंगलवार को रेस्क्यू किया गया. उन्होंने बताया कि “जिला प्रशासन, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ लगातार राहत कार्य में जुटे हुए हैं. सड़कों की बहाली और आवश्यक आपूर्ति को युद्धस्तर पर दुरुस्त किया जा रहा है.

फ्लैश फ्लड से जम्मू और सांबा के करीब 20-30 इलाकों में पानी भर गया है. पीरखो, गुज्जर नगर, आरएस पुरा, निक्की तवी, बेली चरन, गुरखनगर, कासिम नगर, राजीव नगर, शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी, अखनूर और परगवाल जैसे इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों को निकाला गया है. जम्मू जिले में तवी नदी के किनारे बसे अधिकांश हिस्से खाली करा लिए गए हैं.

प्रधानमंत्री स्थिति पर नजर रखे हुए

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि वह लगातार जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार के संपर्क में हैं और स्थिति पर प्रधानमंत्री भी नजर रखे हुए हैं. सिंह ने अपील की है कि लोग घबराएं नहीं और प्रशासन को सहयोग करें. प्रशासन ने सभी जिलों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं. 

संभागीय आयुक्त कार्यालय की ओर से कहा गया है कि बिजली, पानी और मोबाइल सेवाओं की बहाली प्राथमिकता में है, जिसके लिए टीमें दिन-रात काम कर रही हैं. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, अर्धसैनिक बल, सेना और वायुसेना सिविल प्रशासन के साथ समन्वय में हैं.

बारिश से ऐतिहासिक माधोपुर पुल सहित कई ढांचों को नुकसान पहुंचा है. जम्मू-पठानकोट हाईवे पर स्थित इस पुल पर सुबह 3 बजे से यातायात रोक दिया गया है. सुरक्षा कारणों से सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. आम जनता को गैर-जरूरी आवाजाही से बचने की सलाह दी गई है.

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