आमतौर पर भारत के उत्तर क्षेत्र में जहां अक्टूबर से सर्दी की शुरुआत होने लगती थी, वहां अभी तक ठंड ने दस्तक नहीं दी है. आईएमडी के मुताबिक, अगले 2 से 3 दिनों तक उत्तर भारत में तेज हवा चलेगी और तापमान में भी कोई बदलाव होने के आसार नहीं हैं. हालांकि, 3 नवंबर के बाद उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. आईएमडी की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने शुक्रवार को एएनआई से कहा कि मन्नार की खाड़ी के क्षेत्र में डीप सर्कुलेश के कारण केरल और तमिलनाडु के दक्षिणी इलाकों में भारी बारिश की आशंका है, जबकि देश के शेष हिस्सों में मौसम साफ रहेगा.
आईएमडी के मुताबिक, कल तमिलनाडु में 11 सेमी, केरल में 6-7 सेमी और तटीय कर्नाटक में 9 सेमी बारिश दर्ज की गई थी. मन्नार की खाड़ी के क्षेत्र में डीप सर्कुलेशन के चलते आंतरिक केरल और दक्षिण आंतरिक तमिलनाडु में भारी से भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा आज केरल और माहे और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के मुताबिक, इन जगहों पर कुछ इलाकों में जलभराव की अशंका जताई गई है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है. वहीं मामूली नुकसान की भी आशंका है. मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में लोगों को घर के अंदर ही रहने की सलाह दी है.
साथ ही किसी भी यात्रा से बचने के लिए कहा है. वहीं, बाहर रहने की स्थिति में धातु की संरचनाओं और बिजली से चलने वाली वस्तुओं से दूर रहने, कॉर्डेड (तारयुक्त) फोन, बिजली की लाइनों, धातु की बाड़, पेड़ों आदि सहित चालू बिजली लाइन से दूर रहने की सलाह दी गई है.
इसके अलावा लोगों को किसी भी अन्य पावर कंडक्टर और खिड़कियों-दरवाजों से दूर रहने के लिए सलाह जारी की गई है, क्योंकि इनमें बिजली का संचालन संभव है. आईएमडी ने अगले 7 दिनों के लिए मौसम की चेतावनी जारी की है, जिसके अनुसार 1 नवंबर को तमिलनाडु और केरल और माहे में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है. वहीं, इसके बाद बारिश में थोड़ी कमी आएगी. बता दें कि अभी तक तापमान सामान्य से ज्यादा रहने से उत्तर भारत के गेहूं किसान बिजाई को लेकर चिंतित थे. अब मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक तापमान में गिरावट की बात से उन्हें थोड़ा सुकून मिलेगा.