
देश के बड़े हिस्से में घने से बहुत घने कोहरे, शीतलहर और कोल्ड डे को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कड़ी चेतावनी जारी की है. उत्तर भारत, पूर्वी भारत और मध्य भारत के कई राज्यों में रात और सुबह के समय विजिबिलिटी बेहद कम रहने की आशंका है, जबकि कई इलाकों में ठंड का असर सामान्य से कहीं ज्यादा रहेगा. आईएमडी के अनुसार, बिहार में 26 दिसंबर तक, असम और मेघालय में 27 दिसंबर तक, उत्तर प्रदेश में 29 दिसंबर तक और पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 30 दिसंबर तक घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में 29 दिसंबर तक बेहद कम विजिबिलिटी की चेतावनी दी गई है. झारखंड में 26 और 27 दिसंबर को शीतलहर, जबकि पश्चिम राजस्थान, उत्तर छत्तीसगढ़ और पंजाब-हरियाणा क्षेत्र में 26 से 30 दिसंबर के बीच कोल्ड वेव की स्थिति बन सकती है. बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 28 दिसंबर तक कोल्ड डे से लेकर सीवियर कोल्ड डे की चेतावनी है.
आईएमडी ने बताया है कि बीते दिन कई राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र में कई जगह तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच दर्ज हुआ.
वहीं, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी ठंड का असर साफ दिखा. कई इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री या उससे ज्यादा नीचे चला गया. अगले कुछ दिनों में देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में बहुत बड़े बदलाव के संकेत नहीं हैं और ठंड का असर बना रहेगा.
दिल्ली और आसपास के इलाकों में 28 दिसंबर तक सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा छाने की संभावना है. आज और कल सुबह उथला कोहरा और कुछ इलाकों में मध्यम कोहरा देखने को मिल सकता है. 28 दिसंबर को न्यूनतम तापमान घटकर 5 से 7 डिग्री तक जाने के आसार हैं. इस दौरान हवा की रफ्तार आमतौर पर कम रहेगी, जिससे कोहरे का असर और बढ़ सकता है.
उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कोहरा और ठंड दोनों बड़ी चुनौती बने रहेंगे. पंजाब और हरियाणा में सुबह के समय विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रहने की आशंका है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 27 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ के असर से हल्की बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है. पूर्वोत्तर भारत में भी तापमान में गिरावट और कोहरे का असर जारी रहेगा.
ठंड और शीतलहर के असर को देखते हुए किसानों को फसलों में हल्की और बार-बार सिंचाई करने की सलाह दी गई है, ताकि तापमान के तनाव से बचाव हो सके. सब्जी और नर्सरी फसलों को पुआल या पॉलीथीन से ढकने की जरूरत है.
पशुपालकों को रात में पशुओं को शेड में रखने, सूखा बिछावन देने और पोल्ट्री में अतिरिक्त गर्मी की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है. घने कोहरे के दौरान खेतों और सड़कों पर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.