
देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम ठंडा होने लगा है. कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक जारी बर्फबारी से पारा गिरता जा रहा है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में शीतलहर बढ़ने की चेतावनी दे दी है. आपको बता दें कि दिल्ली में सोमवार को सबसे ठंडा दिन दर्ज हुआ है और मंगलवार को भी यही स्थिति रहने की आशंका है. छत्तीसगढ़ से लेकर उत्तर प्रदेश और झारखंड से लेकर बिहार तक सर्दी और बढ़ने की संभावना है.
दिल्ली में सोमवार को कम तापमान दर्ज हुआ है और पारा गिरकर 8.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. यह सामान्य से 3.6 डिग्री कम है और पिछले तीन सालों में नवंबर महीने का सबसे कम तापमान है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की मानें तो हाल के वर्षों में नवंबर महीने का सबसे कम न्यूनतम तापमान 29 नवंबर 2022 को 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. IMD के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर का सबसे कम तापमान 2023 में 9.2 डिग्री सेल्सियस और 2024 में 9.5 डिग्री सेल्सियस रहा था. हालांकि अनुमान यह भी है कि राजधानी में बारिश हो सकती है और अगर बारिश हुई तो फिर पारा और गिर सकता है.
मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे (-1.6 से -3.0) से लेकर सामान्य से काफी नीचे (-3.1 से -5.0 डिग्री सेल्सियस) रहेगा. 18 नवंबर 2025 को सुबह के समय धुंध/हल्का कोहरा छाएगा. जबकि 19 नवंबर को सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे के साथ आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे. 20 से 23 नवंबर 2025 तक सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे के साथ आसमान मुख्यत साफ रहेगा.
पिछली बर्फबारी के असर से कश्मीर घाटी में ठंड बढ़ने लगी है. गुलमर्ग और पहलगाम जैसे इलाकों में नवंबर के पहले हफ्ते में ही तापमान शून्य से नीचे चला गया था. उत्तराखंड के पहाड़ों में भी ठंड बढ़ती जा रही है. बद्रीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ चुकी है. यहां नवंबर से ही जबरदस्त शीतलहर का असर देखने को मिला है. बर्फीली हवाओं की वजह से धाम में पिछले हफ्ते तापमान करीब माइनस 10 से 16 डिग्री तक पहुंच चुका था. वहीं स्काईमेट वेदर के अनुसार, पिछले 4 सालों में मनाली में नवंबर के महीने में कभी भी तापमान शून्य या उससे नीचे नहीं गया. शिमला में भी आमतौर पर दिसंबर तक ही पारा इतना गिरता है.
आईएमडी ने रायपुर ने छत्तीसगढ़ के कई जिलों के लिए शीत लहर को लेकर चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने लोगों को अगले 2 दिनों तक लगातार कम तापमान बने रहने के लिए सतर्क किया है. मौसम विज्ञान ने बताया है कि सरगुजा, बिलासपुर और दुर्ग डिविजन के कुछ इलाकों में शीत लहर की स्थिति जारी रहेगी, जहां तापमान पहले ही तेजी से गिर चुका है.मेटिरोलॉजिकल सेंटर के अनुसार, पिछले एक हफ्ते से राज्य में शुष्क और ठंडी उत्तरी हवाएं चल रही हैं, इन हवाओं की वजह से पूरे क्षेत्र में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ के कई जिलों में रात का तापमान नवंबर मध्य के सामान्य स्तर से कम दर्ज किया गया है, जिसके चलते चेतावनी जारी की गई है.
झारखंड के सात जिलों में शीत लहर की चेतावनी जारी की गई है और राज्य के कई स्थानों पर तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम दर्ज किया गया है. गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला और सिमडेगा ज़िलों के लिए मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक 'येलो अलर्ट' (सावधान रहें) जारी किया गया है. सोमवार सुबह गुमला में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लोहरदगा में 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.रांची में तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.9 डिग्री सेल्सियस कम है. खूंटी शहर में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लातेहार में 8.6 डिग्री सेल्सियस, डाल्टनगंज में 8.8 डिग्री सेल्सियस और सरायकेला-खरसावां में 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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