कर्नाटक के कल्‍याण क्षेत्र में बाढ़ का कहर, खेत-फसलों को भारी नुकसान, बागलकोट में एक बच्‍चे की मौत

कर्नाटक के कल्‍याण क्षेत्र में बाढ़ का कहर, खेत-फसलों को भारी नुकसान, बागलकोट में एक बच्‍चे की मौत

Karnataka Floods: कर्नाटक के कल्याण क्षेत्र में लगातार बारिश और नदियों के उफान पर आने से जीवन बाधित हो गया है. क्षेत्र में सड़कें-पुल डूब गए और कई घर जलमग्न हो गए. बाढ़ से खेतों को काफी नुकसान हुआ है. वहीं, बागलकोट में 11 वर्षीय बालक की मौत हाे गई.

Priyank Kharge Flood InspectionPriyank Kharge Flood Inspection
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 27, 2025,
  • Updated Sep 27, 2025, 5:28 PM IST

कर्नाटक के कल्याण क्षेत्र कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश और नदियों के उफान के कारण सामान्य जीवन बाधित हो गया है. भीमा नदी समेत कई नदियों के पानी के बढ़ने से खेतों, घरों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है. कलबुर्गी, यादगिर, बीदर, विजयपुरा, रायचुर कोप्पल जिलों में बारिश के कारण सड़कें और पुल डूब गए या बह गए हैं, जबकि कई घर और संपत्तियां जलमग्न हो गई हैं. बगलकोट जिले के महालिंगापुर में रात देर से एक घर की दीवार गिरने से 11 वर्षीय बालक दर्शन नागपा लथुरा की मौत हो गई. हादसे में उसका भाई भी घायल हुआ है, जिसका इलाज चल रहा है.

महाराष्‍ट्र के बांधों से छूटा 3.50 लाख क्‍यूसेक पानी

अधिकारि‍यों ने जानकारी दी है कि बाढ़ और भारी बारिश से पशुधन की भी क्षति हुई है. राहत और बचाव कार्य जारी हैं और नदी किनारे और नि‍चले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. महाराष्ट्र के बांधों से 3.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे भीमा नदी का बहाव बढ़ गया और बाढ़ से स्थिति और बिगड़ गई.

प्रि‍यंक खरगे ने कलबुर्गी जिले का दौरा किया

कलबुर्गी जिले के प्रभारी मंत्री प्रियंक खरगे ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर कहा कि लगातार बारिश और नदियों के उफान से 36 गांवों में भारी कठिनाइयां उत्पन्न हुई हैं. उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने एक्‍स (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि राज्य सरकार ने SDRF सहित सभी उपलब्ध संसाधनों को तैनात किया है और परिवारों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है.

मंत्री ने बताया कि 36 राहत केंद्र खोले गए हैं, जहां 1,500 से अधिक लोगों को ताजा भोजन और आश्रय दिया जा रहा है. जिला प्रशासन और स्वयंसेवक लगातार लोगों और पशुधन की सुरक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. फसल नुकसान भी भारी है; दालें, कपास, गन्ना और अंगूर की फसलें जलमग्न हो गई हैं. अधिकारियों ने चेताया है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में सतर्कता आवश्यक है और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए.

महाराष्‍ट्र और झारखंड में बारिश का अलर्ट

वहीं, कई राज्‍यों के कुछ हिस्‍सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून लौट चुका है और कई जगहों पर इसकी वापसी में देरी का पूर्वानुमान जताया गया है. ऐसी स्थित‍ि महाराष्‍ट्र में भी बनती दिख रही है, जहां भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है. इसके लिए राज्‍य सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है. इसके अलावा मौसम विभाग ने शनिवार को कहा कि अगले पांच दिनों में झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है.

विभाग ने कहा कि कोल्हान क्षेत्र के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला खरसावां जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए 'येलो' अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा, रांची, गुमला, बोकारो, रामगढ़ और धनबाद में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक के साथ कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है. (पीटीआई)

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