
दिल्ली में 3 दिनों तक हवा का स्तर मध्यम रहने के बाद आज फिर से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 219 दर्ज किया गया है. शनिवार की सुबह दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में गिरावट देखी गई, जो "खराब" श्रेणी में पहुंच गई है. आज सुबह 8 बजे शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 219 दर्ज किया गया, जबकि यह कल शाम 4 बजे 197 था. यह लगातार तीन दिनों तक मध्यम श्रेणी में रहने के बाद पहली बार हुआ है.
दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में गिरावट का मुख्य कारण तापमान का गिरना और आर्द्रता का बढ़ना है. आर्द्रता बढ़ने से पानी की बूंदों पर प्रदूषक तत्व जम जाते हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता और भी खराब हो जाती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को दिन का औसत AQI 165 था. हालांकि, शुक्रवार को यह 32 अंक खराब होकर 197 पर पहुंचा. यह "खराब" श्रेणी में होने से केवल 3 अंक नीचे था. फिर भी, यह सकारात्मक बात है कि दिसंबर शुरू होते ही दिल्ली की हवा "बेहद खराब" से "खराब" में आई है.
दिसंबर के पहले तीन दिन हवा की गुणवत्ता "खराब" श्रेणी में रही, लेकिन इसके बाद तीन दिनों तक "मध्यम" में दर्ज की गई और आज फिर "खराब" श्रेणी में लौट आई. जबकि नवंबर पूरे महीने भर दिल्ली की हवा को "बेहद खराब" से बेहतर नहीं बना सका था, दिसंबर ने इसके विपरीत स्थिति दिखाई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शनिवार की सुबह लोधी रोड के आसपास वायु गुणवत्ता 127 पर 'मध्यम' श्रेणी में है. बारापुला इलाके में धुंध की एक पतली परत छाई हुई है. इलाके में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में बनी हुई है.
आने वाले दिनों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का भी असर देखने को मिल सकता है, जो सोमवार से बुधवार तक सक्रिय रहेगा और आसमान में बादल छाए रहेंगे. हल्की बारिश की संभावना भी है, जो प्रदूषण स्तर को प्रभावित करती है। साथ ही, कम होती हवा की रफ्तार और कोहरे की संभावना भी AQI में उतार-चढ़ाव ला सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में इस मौसम की सबसे सर्द सुबह दर्ज की गई है और पारा समान्य से करीब 3 डिग्री नीचे चला गया है. सफदरजंग में 7.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. कल 8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान था, जिससे लगभग डेढ़ डिग्री की गिरावट है और सामान्य से लगभग 2.5 डिग्री सेल्सियस नीचे पारा पहुंच गया है.