जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के चेनानी क्षेत्र के बैन गांव में इस समय किसानों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही है और इसका कारण है, इस साल गांव में टमाटर की बंपर पैदावार. अच्छी उत्पादन और बेहतर दाम मिलने से किसान न सिर्फ संतुष्ट हैं, बल्कि उन्होंने केंद्र सरकार और कृषि विभाग का आभार भी जताया है. बैन गांव के रहने वाले मोहम्मद असलम भट एक रिटायर्ड सैनिक हैं और पिछले लगभग 18 वर्षों से खेती कर रहे हैं और एक सीजन में उनकी लाखों में कमाई हो रही है.
2005 में भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने अपने पुश्तैनी खेतों में टमाटर की खेती शुरू की और अब यह उनकी स्थायी आमदनी का जरिया बन चुका है. असलम बताते हैं, “हर साल मैं अच्छी कमाई करता हूं. हम हाईब्रिड किस्म के बीज इस्तेमाल करते हैं और यहां की सिंचाई व्यवस्था भी बेहतर है, जिससे उत्पादन लगातार अच्छा रहता है.”
असलम के मुताबिक, “मई-जून का समय हमारे लिए सबसे फायदेमंद होता है, जब मैदानी इलाकों में टमाटर की कमी रहती है और पहाड़ी क्षेत्रों में फसल तैयार होती है. इस दौरान प्रति क्रेट टमाटर की कीमत 1200 रुपये से 1300 रुपये तक पहुंच जाती है. सामान्य दिनों में भी हमें 600 रुपये से 700 रुपये प्रति क्रेट तक दाम मिल जाते हैं और कीमत कभी 400 रुपये से नीचे नहीं जाती है.”
वे कहते हैं कि इस सीजन में वह प्रतिदिन 25-30 क्रेट टमाटर बेच रहे हैं और एक सीजन में 5 लाख से 8 लाख रुपये तक की कमाई हो जाती है. उन्होंने 20 प्रकार के फलों की खेती भी शुरू कर दी है और अब जैविक खेती की ओर भी बढ़ रहे हैं. हम नीम तेल और अन्य ऑर्गेनिक उपायों का उपयोग करते हैं, ताकि कीटनाशकों से बचा जा सके.
असलम युवाओं को खेती की ओर आकर्षित करने की बात भी करते हैं. वे मानते हैं कि अगर नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाए, तो खेती भी एक लाभदायक व्यवसाय साबित हो सकती है.
उन्होंने कहा, “हमें बीज, खाद और प्रशिक्षण में सरकार की तरफ से मदद मिलती है. केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की योजना पर गंभीरता से काम कर रही है और उसका असर अब जमीन पर नजर आ रहा है.” चेनानी क्षेत्र में अब पारंपरिक खेती के साथ-साथ बागवानी और व्यावसायिक खेती की ओर भी झुकाव बढ़ रहा है. इससे न केवल कृषि आय बढ़ रही है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है. (एएनआई)