देश में अब बड़ी संख्या में किसान उद्यानिकी फसलों (बागवानी फसलों) की खेती पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि पारंपरिक खेती के मुकाबले इसमें अधिक मुनाफा है. इसी क्रम में मध्य प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से बागवानी शुरू करने वाले किसानों को बहुत फायदा हो रहा है. उनकी आय में कई गुना वृद्धि दर्ज की जा रही है. किसानों की आय बढ़ाने में उद्यानिकी विभाग अहम भूमिका निभा रहा है. आज हम आपको पारंपरिक खेती छोड़कर बागवानी अपनाने वाले किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्हें तगड़े मुनाफे के साथ सरकार की तरफ से सब्सिडी का भी लाभ मिला है.
ये कहानी है खरगौन के एक किसान की, जिन्हें उद्यानिकी विभाग की मदद से सफलतापूर्वक बागवानी फसलों की खेती कर बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. खरगौन जिले के कसरावद के गांव सावदा के रहने वाले किसान राकेश पाटीदार का परिवार लंबे समय से पारंपरिक खेती करते आ रहा था, लेकिन उतना फायदा नहीं हो रहा था. जब राकेश ने भी परिवार के साथ खेती करना शुरू किया तो उन्होंने ज्यादा मुनाफे वाली खेती करने का फैसला किया और उन्नत तरीकों से खेती करने के लिए पॉली हाउस फार्मिंग का लाभ लेने के लिए उद्यानिकी विभाग से संपर्क किया.
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इसके बाद राकेश ने योजना से जुड़ी प्रक्रिया और शर्तें पूरी की, जिसके बाद विभाग ने पॉली-हाउस बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी. राकेश ने अपने खेत में 4 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में पॉली-हाउस बनवाया है. इसे बनाने के लिए विभाग की तरफ से 16 लाख 88 हजार रुपये की सब्सिडी दी गई है. अब राकेश पॉली-हाउस में मिर्च और टमाटर की खेती कर बढ़िया उपज ले रहे हैं.
उपज का अच्छा भाव मिलने से राकेश को एक साल में 14 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. राकेश की सफलता से अन्य किसान भी प्रेरित हुए हैं और उन्होंने भी उद्यानिकी फसलों के बारे में विभाग से सम्पर्क साधा है. किसान राकेश कहते हैं कि खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाए और सरकारी योजना का लाभ लिया जाए तो खेती मुनाफे का व्यवसाय बन सकती है.
बता दें कि मध्य प्रदेश के उद्यानिकी विभाग की सहायता से ऐसे कई किसानों की जिंदगी बदल गई है, जिन्हें खेती नुकसान का सौदा लगने लगी थी. वे अब कई गुना मुनाफा कमाने के साथ आज काफी खुश हैं. कई किसान तो ऐसे हैं जो बागवानी फलसों की खेती कर एक करोड़ रुपये से ज्यादा की आय हासिल कर रहे हैं.