किसान दंपति‍ ने तरबूज की खेती से कमाए 6 लाख रुपये, पूरे जिले में हो रही चर्चा

किसान दंपति‍ ने तरबूज की खेती से कमाए 6 लाख रुपये, पूरे जिले में हो रही चर्चा

महाराष्‍ट्र के नांदेड़ जिले के एक दंपति‍ ने डेढ़ एकड़ में खेत में 65 टन तरबूज (कलिंगड) का उत्पादन हासिल किया है. उन्‍होंने व्‍यापारियों के माध्‍यम से इन तरबूजों को केरल राज्य में बेचकर छह लाख रुपये की कमाई की है. किसान दंपति‍ सागरबाई और दिलीप सालेगाये नायगांव तहसील के शेलगांव छत्री के रहने वाले हैं.

Maharashtra Couple Watermelon FarmingMaharashtra Couple Watermelon Farming
कुअरचंद मंडले
  • Nanded,
  • Mar 13, 2025,
  • Updated Mar 13, 2025, 3:53 PM IST

देशभर में लोग अब उन्‍नत खेती-कि‍सानी के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं और पारंपरिक फसलों से हटकर बागवानी की ओर बढ़ रहे हैं. इसी क्रम में महाराष्ट्र के नांदेड़ में किसान दंपति‍ ने क्षेत्र में खेती-किसानी से अच्‍छी कमाई कर नई मिसाल पेश की है. जिले के एक दंपति‍ ने डेढ़ एकड़ में खेत में 65 टन तरबूज (कलिंगड) का उत्पादन हासिल किया है. उन्‍होंने व्‍यापारियों के माध्‍यम से इन तरबूजों को केरल राज्य में बेचकर छह लाख रुपये की कमाई की है.

10 रुपये के भाव से बिका तरबूज

किसान दंपति‍ सागरबाई और दिलीप सालेगाये नायगांव तहसील के शेलगांव छत्री के रहने वाले हैं. दोनों ही शिक्षित हैं, उन्‍होंने ग्रेजुएशन किया हुआ है. ऐसे में खेती में लाभ कमाने के चलते महि‍ला किसान क्षेत्र में चर्चा में हैं. दंपति ने अपने खेत में उगे तरबूज स्थानीय व्यापारी महबूब शेख को 10 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से बेचे, जिसे उन्‍होंने केरल भेजा.

अच्‍छी क्‍वालिटी के कारण केरल भेजा गया माल

केरल में महाराष्ट्र के तरबूजों की ज्यादा मांग है और वहां कीमत भी अच्छी मिलती है. दंपती ने बताया कि क्षेत्र में नौकरी की कमी है. अब उनके परिवार ने खेती में बड़ी कमाई की है. ऐसे में जिले में किसान दंपति की सराहना हो रही है. पति‍-पत्‍नी ने बताया कि स्थानीय व्यापारी मेहबूब शेख ने कई किलो वजनी तरबूज को अच्छी क्‍वालिटी का पाया तो 10 रुपये प्रति किलो के भाव से सौदा तय किया. बाद में पांच ट्रक माल केरल के बाजार में भेज दिया.

गन्‍ने का रस भी बेचते हैं दंपती

महाराष्ट्र के बाहर केरल राज्य में मांग के कारण उनके टरबूज को विशेष महत्व मिला है. शेलगांव छत्री के उच्च शिक्षित दंपति सागरबाई दिलीप सालेगांव और दिलीप सालेगांव ने बतया कि खेती के साथ-साथ वे इस गर्मी में ठेला लगाकर गन्ने का रस भी बेचे रहे हैं और उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है. सागरबाई ने बताया कि उन्‍होंने बीए की डिग्री हासि‍ल की है और उनके पति दिलीप राव ने बीए की शिक्षा पूरी कर ली है. 

वेंकट किस्‍म का तरबूज उगाया

दंपती ने बताया कि उन्होंने एक कृषि अधिकारी से तरबूज की खेती की जानकारी ली और अपने खेत में ‘वेंकट’ तरबूज के बीज लगाए और डेढ़ एकड़ में लगी फसल से छह लाख से अधिक की कमाई की. एक किसान महिला ने ‘आजतक’ के माध्‍यम से कहा कि राज्य में कई किसान आत्महत्या कर रहे हैं. अगर किसान बिना थके खेती में मेहनत करें तो उन्हें अच्छी आमदनी हो सकती है, इसलिए कोई भी किसान आत्महत्या नहीं करेगा.

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