स्‍ट्रॉबेरी की खेती से मालामाल हुआ किसान, हुआ इतना मुनाफा, राज्‍य सरकार ने भी दिए पैसे

स्‍ट्रॉबेरी की खेती से मालामाल हुआ किसान, हुआ इतना मुनाफा, राज्‍य सरकार ने भी दिए पैसे

मध्‍य प्रदेश में एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत किसानों को बागवानी फसलों की खेती के लिए प्रोत्‍साह‍ित किया जा रहा है. ऐसी ही एक सफलता की कहानी धार जिले से सामने आई है. जहां बागवानी फसल अपनाने पर किसान को अच्छा मुनाफा हुआ है.

अपने खेत में स्‍ट्रॉबेरी फसल दिखाते हुए बाबूलाल पाटीदार.अपने खेत में स्‍ट्रॉबेरी फसल दिखाते हुए बाबूलाल पाटीदार.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Oct 15, 2024,
  • Updated Oct 15, 2024, 6:02 PM IST

देशभर में बागवानी फसलों की खेती का ट्रेंड बढ़ रहा है. इसी क्रम में मध्‍य प्रदेश का उद्यानिकी विभाग भी राज्‍य में बागवानी क्षेत्र में किसानों को योजनाओं का लाभ देने के साथ जानकारी और तकनीक से किसानों की आय बढ़ाने का काम कर रहा है. यहां धार जिले में बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत किसानों को बागवानी फसलों की खेती के लिए प्रेरित करने की कोशशि की जा रही है. इस मिशन का असर जिले के बदनावर के ग्राम तिलगारा के किसान बाबूलाल पाटीदार के जीवन पर देखा जा सकता है. उनकी आर्थिक स्थिति में एक सकारात्‍मक बदलाव आया है.

पा‍रंपरिक खेती छोड़कर उगाई स्‍ट्रॉबेरी

किसान बाबूलाल पाटीदार शुरू से ही अपने खेतों में पारंपरिक खेती कर सोयाबीन और गेहूं की खेती किया करते थे, लेकिन मेहनत की तुलना में उतना मुनाफा नहीं होता था. इसके बाद मुनाफे को लेकर चिंतित किसान बाबूलाल पाटीदार ने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की. फिर अधिकारियों ने उनके खेत का दौरा किया और परीक्षण के बाद स्ट्रॉबेरी की खेती करने की सलाह दी और एकीकृत बागवानी विकास मिशन में मिलने वाले फायदों की जानकारी दी. 

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2 लाख से ज्‍यादा का हुआ मुनाफा

पूरी तरह सब जान लेने के बाद बाबूलाल ने विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में एक हेक्टेयर खेत में स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की. बाबूलाल ने खेती के लिए मल्चिंग तथा ड्रिप सिस्‍टम का इस्‍तेमाल किया और अधिकारियों की देख-रेख में खाद का इस्तेमाल किया. स्ट्रॉबेरी की पहली फसल से ही किसान बाबूलाल को 180 क्विंटल उपज मिली, जिसे  बेचकर उन्हें 2 लाख रुपये से ज्‍यादा का मुनाफा हुआ है.

बाबूलाल ने बताया कि वह जयपुर, भोपाल और इंदौर मंडी में स्ट्रॉबेरी बेच रहे हैं. कई खरीदार उनके खेत से ही स्ट्रॉबेरी खरीदकर ले जाते हैं. बाबूलाल ने कहा कि पहली बार खेती के लिए वे स्ट्रॉबेरी के पौधे खरीदकर लाए थे, लेकिन इस साल मदर प्लांट से पौधे तैयार किए हैं.

एकीकृत बागवानी विकास मिशन का लें लाभ

बाबूलाल कहते हैं कि वैज्ञानिक पद्धति खेती करके कृषि उपज से ज्‍यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. उन्‍होंने बताया कि स्ट्रॉबेरी की खेती करने पर उन्‍हें राज्य सरकार से एक लाख 12 हजार रुपये की सब्सिडी भी भी मिली है. अगर आप भी मध्‍य प्रदेश के रहने वाले है और बागवानी की खेती करना चाहते हैं तो एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत फल क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम में किसान ऑनलाइन पंजीयन MPFSTS पोर्टल के माध्यम से http://mpfsts.mp.gov.in पर रजिस्‍ट्रेशन करा सकते हैं. 

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