Bihar: किसान की बेटी प्रिया ने रचा इतिहास, इंटर साइंस में टॉप कर बढ़ाया जिले का मान

Bihar: किसान की बेटी प्रिया ने रचा इतिहास, इंटर साइंस में टॉप कर बढ़ाया जिले का मान

प्रिया ने बिना किसी कोचिंग के घर पर ही पढ़ाई करके यह सफलता हासिल की. उन्होंने बताया कि वह रोजाना करीब 8 घंटे पढ़ाई करती थीं, लेकिन कभी इसे बोझ नहीं समझा. शिक्षकों के मार्गदर्शन और खुद की लगन से उन्होंने अपनी तैयारी पूरी की.

बिहार की बेटी प्रिया ने रचा इतिहासबिहार की बेटी प्रिया ने रचा इतिहास
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  • Bagaha (Bihar),
  • Mar 26, 2025,
  • Updated Mar 26, 2025, 12:02 PM IST

बगहा के हरनाटांड़ गांव की बेटी प्रिया जायसवाल ने बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा में विज्ञान संकाय (Faculty of Science) में राज्य में पहला स्थान प्राप्त कर इतिहास बनाया है. 484 अंक (96.8%) ला कर प्रिया ने न सिर्फ अपने माता-पिता बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन किया है. एसएस हाई स्कूल की छात्रा प्रिया की इस सफलता पर परिवार, गांव और स्कूल में जश्न का माहौल है.

सीमित संसाधनों में प्रिया ने भरी उड़ान

प्रिया के पिता संतोष जायसवाल किसान हैं. खेतों में मेहनत करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं. इसके साथ ही आटा चक्की भी चलाते हैं. सीमित आर्थिक संसाधनों के बावजूद उन्होंने अपनी बेटी की शिक्षा में कोई कमी नहीं आने दी. प्रिया कहती हैं कि पापा की मेहनत और संघर्ष ही मेरी प्रेरणा है. उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया, तभी मैं यहां तक ​​पहुंच पाई.

बिना कोचिंग के घर पर की पढ़ाई

दिलचस्प बात यह है कि प्रिया ने बिना किसी कोचिंग के घर पर ही पढ़ाई करके यह सफलता हासिल की. उन्होंने बताया कि वह रोजाना करीब 8 घंटे पढ़ाई करती थीं, लेकिन कभी इसे बोझ नहीं समझा. शिक्षकों के मार्गदर्शन और खुद की लगन से उन्होंने अपनी तैयारी पूरी की.

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डॉक्टर बनने का सपना

प्रिया की सफलता यहीं नहीं रुकने वाली. उनका सपना डॉक्टर बनकर समाज सेवा करना है. वे कहती हैं कि उनका लक्ष्य गरीबों का मुफ्त इलाज करना है. वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और अपनी निरंतर मेहनत को देती हैं.

गांव में जश्न का माहौल

प्रिया की सफलता से पूरे हरनाटांड़ गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है. गांव वालों ने घर-घर जाकर मिठाई बांटी और एक-दूसरे को बधाई दी. स्कूल प्रशासन ने भी प्रिया को सम्मानित किया. प्रिंसिपल ने कहा कि प्रिया की सफलता हमारे स्कूल के लिए गर्व की बात है। उसने पूरे जिले का नाम रोशन किया है.

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कड़ी मेहनत से मिली सफलता

प्रिया की मां रीमा देवी ने कहा कि उनकी बेटी ने दिन-रात मेहनत करके यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने कहा कि प्रिया ने मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी और अपनी पूरी ऊर्जा पढ़ाई में लगाई. हमें उसकी लगन और दृढ़ निश्चय पर गर्व है.

विद्यार्थियों में जगा उत्साह

प्रिया की यह उपलब्धि क्षेत्र के अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बन गई है. उनकी सफलता ने साबित कर दिया है कि लगन और मेहनत से हर सपना पूरा किया जा सकता है, चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों.

पांच भाई-बहनों में सबसे आगे प्रिया

प्रिया पश्चिमी चंपारण जिले के लौकरिया थाना क्षेत्र के हरनाटांड़ गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता किसान हैं और मां गृहिणी. प्रिया के चार भाई-बहन हैं. उनकी बड़ी बहन सोनी जायसवाल साइंस स्ट्रीम से ग्रेजुएशन कर रही हैं, जबकि दूसरी बहन प्रीति ने ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है. छोटे भाई आदित्य जायसवाल और यशराज जायसवाल अभी पढ़ाई कर रहे हैं.

अपनी मेहनत और माता-पिता के सहयोग से प्रिया ने जो सफलता हासिल की है, वह पूरे बिहार के लिए गर्व की बात बन गई है. उनकी यह उपलब्धि अन्य छात्रों को भी प्रेरणा देगी कि सीमित संसाधनों में भी सपने पूरे किए जा सकते हैं. (अभिषेक पांडेय का इनपुट)

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