उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित उप्र कृषि विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर भोले भाले किसानों और युवाओं को ठगने का प्रयास किया गया है. मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने इसकी लिखित शिकायत साइबर सेल में की है. जहां साइबर सेल की पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.
दरअसल, सरकार द्वारा कृषि यंत्रों पर अनुदान समेत कई सरकारी योजनाएं चलाई जा रही है. जिसकी विस्तृत जानकारी यूपी कृषि विभाग के अधिकारिक पोर्टल पर मौजूद रहती है. किसान वहां से ऑनलाइन आवेदन और जानकारी हासिल करके योजनाओं का लाभ लेता है.
कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि लाभार्थी किसानों को ऑनलाइन ठगी व धोखाधड़ी को लेकर सावधान किया जा रहा है क्योंकि ठगी करने वाले किसानों को ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं. उन्होंने बताया कि विगत दिनों उप्र कृषि विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर किसानों को ठगने का प्रयास किया जा रहा है. इस मामले में लिखित शिकायत लखनऊ के साइबर सेल में की गई है. फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है.
डॉ जितेंद्र कुमार तोमर बताते हैं कि यूपी सरकार के द्वारा किसानों के चलाई जा रही कलायणकारी योजनाओं के तहत किसानों को सब्सिडी और लाभ दिया जा रहा है. ऐसे में साइबर अपराधी इसका सीधा फायदा फर्जी वेबसाइट के जरिए उठाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिससे कोई साइबर ठगी का शिकार न हो.
1. निजी जानकारी को सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें.
2. आधिकारिक स्रोतों को ही उपयोग करें.
3. संदिग्ध संदेश या कॉल से सावधान रहें.
4. मैसेज द्वारा प्राप्त फर्जी लिंक पर क्लिक करने से बचें.
5. नियमित रूप से अपने बैंक खाते की जांच करते रहें.
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