Train Travel Insurance: 1 रुपये से कम में 10 लाख का इंश्योरेंस देती है रेलवे, जानिए कैसे पा सकते हैं लाभ

Train Travel Insurance: 1 रुपये से कम में 10 लाख का इंश्योरेंस देती है रेलवे, जानिए कैसे पा सकते हैं लाभ

आंध्र प्रदेश में ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने से 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि इससे पहले ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन दुर्घटना में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए थे. भारतीय रेलवे का ट्रैवल इंश्योरेंस दुर्घटना के पीड़ितों को इलाज सुविधा से लेकर वित्तीय मदद देता है. रेलवे निजी बीमा कंपनियों के साथ करार करके यात्रियों को दुर्घटना बीमा का लाभ देता है.

यदि ट्रेन दुर्घटना में किसी यात्री की मृत्यु हो जाती है तो 10 लाख रुपये बीमा राशि के रूप में मिलते हैं. यदि ट्रेन दुर्घटना में किसी यात्री की मृत्यु हो जाती है तो 10 लाख रुपये बीमा राशि के रूप में मिलते हैं.
रिजवान नूर खान
  • New Delhi,
  • Oct 30, 2023,
  • Updated Oct 30, 2023, 12:41 PM IST

ट्रेन दुर्घटनाओं के पीड़ितों या सामान चोरी से होने वाले यात्रियों के नुकसान की भरपाई के लिए भारतीय रेलवे आईआरसीटीसी के जरिए ट्रैवल इंश्योरेंस की सुविधा देता है. यह इंश्योंरेस 1 रुपये से भी कम कीमत पर मिलता है, जो यात्री को 10 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवरेज की सुविधा देता है. लेकिन, ऐसा देखा गया है कि कई बार यात्री इसे सेलेक्ट करने में लापरवाही करते हैं और दुर्घटना या चोरी का शिकार होने पर वित्तीय नुकसान झेलते हैं. बीते दिन आंध्र प्रदेश में ट्रेन के दुर्घटना ग्रस्त होने से 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि इससे पहले ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन दुर्घटना में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए थे. 


भारतीय रेलवे का ट्रैवल इंश्योरेंस की सुविधा ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले यात्रियों को मिलती है. रेलवे निजी बीमा कंपनियों के साथ करार करके यात्रियों को दुर्घटना बीमा का लाभ देता है. अगर टिकट बुक करते समय ट्रैवल इंश्योरेंस का विकल्प चुनते हैं तो ट्रेन दुर्घटना में यात्री को किसी भी तरह का नुकसान होता है तो, उसकी भरपाई बीमा कंपनी करती है. बिना किसी असुविधा के बीमा राशि पाने के लिए यात्रियों को नॉमिनी फॉर्म भी भरना होता है. 

ट्रेन ट्रैवल इंश्योरेंस का प्रीमियम 1 रुपये से भी कम 

जब आप ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं तो वेबसाइट और ऐप पर रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस विकल्प के रूप में बॉक्स आता है उसे सेलेक्ट करके सहमित देनी होती है. इसके बदले में बीमा कंपनी 35 पैसा + लागू जीएसटी दर (टैक्स) बतौर प्रीमियम आपकी टिकट के साथ जोड़कर ले लेता है. टैक्स जुड़ने के बाद भी इंश्योरेंस की कीमत 1 रुपये से भी कम पड़ती है. इंश्‍योरेंस ऑप्‍शन सेलेक्ट करने पर यात्री के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी पर बीमा कंपनी की और से एक लिंक भेजा जाता है, जिसमें नॉमिनी की डिटेल भरनी होती हैं. क्योंकि, नॉमिनी डिटेल्स देने के बाद बीमा क्लेम मिलने में आसानी होती है.

दुर्घटना के प्रकार के हिसाब से मिलती है बीमा राशि 

रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस होने पर यात्रा के समय कोई दुर्घटना हो जाती है तो रेल दुर्घटना में यात्री के नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती है. दुर्घटना में यात्री को हुए नुकसान के अनुसार ही बीमा राशि मिलती है. 

  1. यदि ट्रेन दुर्घटना में किसी यात्री की मृत्यु हो जाती है तो 10 लाख रुपये बीमा राशि के रूप में मिलते हैं. 
  2. यदि दुर्घटना में यात्री पूरी तरह विकलांग हो जाता है तो भी उसे 10 लाख रुपए बीमा कंपनी की और से भुगतान की जाती है. 
  3. स्थाई विकलांगता की स्थिति में पीड़ित को 7.5 लाख रुपये का क्लेम मिलता है.
  4. दुर्घटना में घायल होने पर यात्री को अस्पताल खर्च के रूप में 2 लाख रुपये बीमा कंपनी भुगतान करती है. 

 

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4 महीने बाद तक कर सकते हैं क्लेम 

ट्रेन दुर्घटना के पीड़ित व्यक्ति या उसके नॉमिनी, उत्तराधिकारी इंश्योरेंस क्लेम कर सकता है. ट्रेन एक्सीडेंट के 4 महीने की अवधि के अंदर बीमा क्लेम करना होता है. आप इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर जाकर इंश्योरेंस क्लेम के लिए एप्लीकेशन दे सकते हैं और पॉलिसी नंबर समेत अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट भी जमा करने होते हैं.इसके अलावा संबंधित बीमा कंपनी की वेबसाइट के जरिए क्लेम प्रॉसेस ऑनलाइन भी किया जा सकता है. 

 

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