
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त जारी की. इस अवसर पर प्रधानमंत्री की ओर से देश के लगभग 9 करोड़ किसानों को कुल 18 हजार करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में भेजी गई. वहीं, बिहार के करीब 73 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में लगभग 1,467 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए. इस मौके पर देश के विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे. वहीं, राजधानी पटना के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्वी अनुसंधान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह मौजूद रहे. इसके अलावा बिहार कृषि विभाग की ओर से भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे धान–गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों के अतिरिक्त दलहन, तिलहन, मोटे अनाज, बागवानी और अन्य स्थानीय फसलों की ओर कदम बढ़ाएं. फसल विविधीकरण से ही वें ज्यादा लाभ कमा सकते हैं. साथ ही उन्होंने समेकित कृषि प्रणाली, पशुपालन, बकरी पालन, मशरूम की खेती को बढ़ावा देने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि अब धीरे-धीरे जमीन कम हो रही है और अब कम जमीन में ही किसानों को अच्छी उत्पादन के साथ अच्छी कमाई करनी है. इसलिए केवल धान और गेहूं की खेती से किसानों की आमदनी नहीं बढ़ने वाली, अब उन्हें कुछ अलग सोचना होगा और स्वयं खाद भी बनानी होगी, ताकि खेती में लगने वाली लागत कम हो सके.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करते हुए उन्हें मिट्टी की कार्बन जांच, ब्लैक बंगाल बकरी, सहजन और गाय के गोबर से बनने वाले मूल्य संवर्धित उत्पादों पर अनुसंधान को और सुदृढ़ करने की बात कही. उन्होंने कहा कि अगर इन विषयों पर वैज्ञानिक काम करेंगे और इससे जुड़ी जानकारी किसानों को देंगे तो किसानों को अच्छी कमाई हो सकती है. उन्होंने कहा कि बिहार में भी अब एनडीए सरकार की ओर से 3,000 रुपये देने की बात चुनावी संकल्प पत्र में की गई है, जो आने वाले दिनों में किसानों को दिया जाएगा. इस तरह बिहार के किसानों को साल में लगभग 9,000 रुपये मिलेंगे.
बिहार कृषि विभाग के सचिव पंकज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 1 दिसंबर 2018 से राशि दी जा रही है. वहीं इस योजना की 21वीं किस्त के तौर पर बिहार के करीब 73 लाख 37 हजार 217 किसानों के खाते में राशि भेजी गई है. हाल के समय में राज्य में रबी सीजन की खेती शुरू हो चुकी है और इस राशि का उपयोग किसान बीज, उर्वरक, कीटनाशक सहित अन्य कृषि से जुड़े सामानों की खरीद में कर सकते हैं.