बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को 1 अणे मार्ग स्थित अपने आवास से रबी महाभियान 2025-26 का शुभारंभ किया. इसके साथ ही किसान जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर सभी जिलों के लिए रवाना किया. उन्होंने बिहार में रबी सीजन के सफल और समृद्ध भविष्य की दिशा में आज एक महत्वपूर्ण कदम बताया. वहीं, राज्य के सभी 38 जिलों में भेजे गए एलईडी युक्त प्रचार वाहन प्रत्येक पंचायत में किसानों को नई कृषि तकनीकों, योजनाओं और अनुदानों की जानकारी देंगे. इसके साथ ही यह अभियान रबी सीजन की फसलों की उत्पादन क्षमता और उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में एक व्यापक प्रयास है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से शुरू की गई वासंतिक (रबी) महाभियान के तहत कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों और कृषि प्रसार कर्मियों की सक्रिय भूमिका रहने वाली है. वे किसानों को खेत पर जाकर आधुनिक कृषि तकनीक, फसल प्रबंधन, जलवायु अनुकूल खेती और विभागीय योजनाओं की जानकारी देंगे. वहीं, किसानों को विभिन्न योजनाओं में मिलने वाले अनुदान, प्रशिक्षण और सरकारी सुविधाओं को पारदर्शी तरीके से पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा. इसके साथ ही किसानों को खाद, बीज से लेकर उद्यानिक फसलों के बीज भी उपलब्ध कराया जाएगा.
रबी महाभियान के दौरान किसानों को प्रमाणित बीज और उपादानों का वितरण किया जाएगा, जिसमें बीज, उर्वरक और अन्य कृषि उपादान उपलब्ध कराए जाएंगे. वहीं, विभाग द्वारा तेलहन, दलहन, मक्का, गेहूं और बागवानी फसलों के बीज अनुदानित दरों पर वितरित किए जा रहे हैं. इससे उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ किसानों की लागत भी घटेगी. इस अभियान के माध्यम से किसान सिर्फ खेती तक सीमित न रहें, बल्कि उन्हें तकनीकी ज्ञान और संसाधनों के माध्यम से आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी बनाया जाए. बेहतर उत्पादन तकनीक और योजनाओं की जानकारी से वे बाजार में अपनी फसलों का बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकेंगे.
किसान अभिजीत सिंह कहते हैं कि जिस रफ्तार से हर साल रबी महाभियान की शुरुआत होती है, लेकिन ज़मीन स्तर पर इसका ज़्यादा प्रभाव नहीं दिखता है.कई लोगों को तो इसके बारे में जानकारी तक नहीं होती है. अगर सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करके कृषि जुड़ा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है तो इसकी समीक्षा रिपोर्ट ईमानदारी पूर्वक करना बेहद जरूरी है कि इस प्रचार से कितने किसानों को लाभ हुआ.
मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई रबी महाभियान के दौरान ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त डॉ. एस. सिद्धार्थ, कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
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