Mukhyamantri Khet Suraksha Yojana: खेती-किसानी के दौरान मौसम के बाद किसानों को सबसे ज्यादा आवारा पशुओं और डर जंगली जानवरों से रहता है. वहीं आवारा पशुओं, जंगली जानवरों और किसानों का संघर्ष सदियों से चलता आ रहा है. आवारा पशु और जंगली जानवर कभी-कभी खेतों में खड़ी पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं. जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है. इसी के मद्देनजर यूपी सरकार सूबे में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना लागू करने की योजना बना रही है. दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह फसलों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए पूरे राज्य में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना लागू करने की योजना बना रही है. शुरुआत में इस योजना को राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र में लागू करने की योजना थी.
मालूम हो कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले आवारा जानवरों द्वारा फसलों को नुकसान एक राजनीतिक मुद्दा बन गया था. अब राज्य सरकार का लक्ष्य लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे को खत्म करना है. ऐसे में आइए जानते हैं मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना क्या है, इस योजना के तहत किसानों को कितना अनुदान मिलेगा-
मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना किसान के खेत की फसल को आवारा पशुओं से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की योजना है. इसके तहत लगाई जाने वाली सोलर फेंसिंग की बाड़ में मात्र 12 बोल्ट का करंट प्रवाहित होगा. इससे सिर्फ पशुओं को झटका लगेगा. कोई क्षति नहीं होगी. हल्के करंट के साथ सायरन की आवाज भी होगी. छुट्टा या जंगली जानवर मसलन नीलगाय, बंदर, सुअर आदि खेत में खड़ी फसल को क्षति नहीं पहुंचा सकेंगे.
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मालूम हो कि शुरुआत में इस योजना को राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र में लागू करने की योजना थी. लेकिन अब यूपी सरकार पूरे सूबे में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना लागू करने की योजना बना रही है.
मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना के तहत प्रस्तावित बजट 75 करोड़ से बढ़ाकर 350 करोड़ रुपये कर दिया गया है. वहीं इस योजना के तहत यूपी सरकार सूबे के लघु-सीमांत किसानों को प्रति हेक्टेयर लागत का 60 फीसद या 1.43 लाख रुपये का अनुदान भी देगी.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कृषि विभाग इस योजना का ड्राफ्ट तैयार कर चुका है. शीघ्र ही इसे कैबिनेट में भेजा जाएगा. वहां से मंजूरी मिलने के बाद अब इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा.