केन-बेतवा नदी परियोजना की आधारशिला के साथ बुंदेलखंड के 10 जिलों की खेती की तस्वीर बदलने वाली है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस इलाके की 8 लाख हेक्टेयर से ज्यादा खेती को सिंचाई दिक्कतें झेलनी पड़ती रही हैं. इसके नतीजे में किसानों को कम उत्पादन और अधिक लागत का बोझ ढोना पड़ा है. इस नदी परियोजना के जरिए 40 लाख से अधिक आबादी को शुद्ध पेयजल मिलने का रास्ता साफ हो गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र नोदी ने आज 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश के छतरपुर के खजुराहो में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना की आधारशिला रखी है. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का उद्घाटन भी किया है. कहा गया है कि केन-बेतवा परियोजना के शिलान्यास के साथ ही बुंदेलखंड को मिले सूखा के अभिशाप से मुक्ति मिलने का रास्ता खुल गया है.
पीएम नरेन्द्र मोदी 44600 करोड़ लागत की देश की पहली केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना के शिलान्यास के साथ ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण किया है. इसके अलावा 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमिपूजन माननीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति में स्टाम्प और सिक्का जारी किया गया है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास पीएम मोदी कर रहे हैं. 25 दिसंबर को बुंदेलखण्ड की समृद्धि और विकास का नया अध्याय प्रारंभ हो गया है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना के जरिए बुंदेलखण्ड के 10 जिलों के 8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में होगी सिंचाई एवं 40 लाख से अधिक आबादी को पेयजल मिलेगा.