फसल की वृद्धि के लिए उसे समय-समय पर कई चीजों की जरूरत पड़ती है. अगर फसलों को सही समय पर खाद न दी जाए तो इसका असर उत्पादन के साथ-साथ गुणवत्ता पर भी देखने को मिल सकता है. उसी प्रकार यदि फसल को पानी न मिले तो उससे भी फसल को नुकसान हो सकता है. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है. कुछ समय पहले तक फसलों की सिंचाई के लिए किसान बारिश पर निर्भर रहते थे. लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश के पैटर्न में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में किसानों को इस परेशानी से निकालने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. ताकि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना से किसानों की समस्याओं का समाधान हो सके.
किसानों को सिंचाई के लिए जरूरी साधार समय पर मिल सके इसके लिए सरकार सिंचाई मशीनों और सिंचाई संसाधनों आदि के निर्माण पर सब्सिडी प्रदान करती है. ऐसे में समय-समय पर विभिन्न जिलों के लिए लक्ष्य जारी करके किसानों से आवेदन मांगे जाते हैं. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश कृषि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को ड्रिप, स्प्रिंकलर सेट, पाइपलाइन सेट, पंप सेट (डीजल/इलेक्ट्रिक), रेनगन सिस्टम अनुदान पर उपलब्ध कराने के लक्ष्य जारी किये गये थे.
देश के किसानों की आवश्यकता और मौसम के आधार पर की जा रही खेती को देखते हुए योजनाओं का संचालन किया जाता है ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो. ऐसे में आइए जानते हैं एमपी सरकार ने किसानों से किन कृषि यंत्रों के लिए आवेदन मांगे हैं.
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मध्य प्रदेश में विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को सिंचाई उपकरणों पर किसान की श्रेणी और जोत की श्रेणी के अनुसार अलग-अलग सब्सिडी देने का प्रावधान है, जो 40 से 55 प्रतिशत तक है. इसमें जो किसान सिंचाई उपकरण खरीदना चाहते हैं वे सिंचाई उपकरण की लागत के अनुसार मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर उपलब्ध सब्सिडी कैलकुलेटर पर देख सकते हैं.