...15 वर्षो से CM योगी आदित्यनाथ यूपी के इस गांव में मनाते हैं दीपावली, जानिए पीछे की वजह

...15 वर्षो से CM योगी आदित्यनाथ यूपी के इस गांव में मनाते हैं दीपावली, जानिए पीछे की वजह

वनटांगिया गांव की कहानी ब्रिटिश काल से जुड़ी हुई है. ब्रिटिश हुकूमत यहां पर रेल पटरी बिछाने के लिए साखू के पेड़ों की कटनी कर रही थी. इसके बाद जंगल में साखू के पेड़ों को फिर से तैयार करने और उनकी देखरेख के लिए 1918 में गरीब भूमिहीन मजदूरों को जंगल में बसाने का काम किया.

CM योगी हर साल इस गांव में जलाते हैं दीपावली का दीपक (File photo)CM योगी हर साल इस गांव में जलाते हैं दीपावली का दीपक (File photo)
नवीन लाल सूरी
  • Lucknow,
  • Nov 11, 2023,
  • Updated Nov 11, 2023, 10:18 AM IST

UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) रविवार यानी 12 नवंबर को गोरखपुर जिले में जंगल तिनकोनिया नंबर- 3 के वनटांगिया गांव में दिवाली (Diwali) मनाएंगे. सीएम योगी के आगमन की सूचना पर ग्रामीण अपने घरों को सजाने संवारने में जुटे हैं. इस मौके पर सीएम योगी करीब 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार भी देंगे. वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नम्बर तीन में आयोजित दीपोत्सव समारोह के दौरान ही सीएम जनपद के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के गांवों से संबंधित 91 करोड़ रुपये के 32 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे. इस दौरान उनके हाथों 62 करोड़ रुपये की लागत वाली 20 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी होगा. कार्यक्रम स्थल पर कई विभागों की तरफ से स्टाल लगाकर शासन की जनहित वाली योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी.

मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पित की जाने वाली सभी विकास परियोजनाएं ग्राम पंचायतों में परफॉर्मेंस ग्रांट से संबंधित हैं. कुल 32 ग्राम पंचायतों में परफॉर्मेंस ग्रांट से कराए गए कार्यों की लागत सवा करोड़ रुपये से लेकर सात करोड़ रुपये तक है. जबकि शिलान्यास के कार्य 20 विभिन्न ब्लॉकों की ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित हैं. उल्लेखनीय है कि गत वर्ष वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन में दीपावली मनाने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले को 80 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी थी.

जानकारों के मुताबिक, वनटांगिया गांव की कहानी ब्रिटिश काल से जुड़ी हुई है. ब्रिटिश हुकूमत यहां पर रेल पटरी बिछाने के लिए साखू के पेड़ों की कटनी कर रही थी. इसके बाद जंगल में साखू के पेड़ों को फिर से तैयार करने और उनकी देखरेख के लिए 1918 में गरीब भूमिहीन मजदूरों को जंगल में बसाने का काम किया. इस दौरान 5 बस्तियां बसी थीं, जिसमें जंगल तिकोनिया नंबर 3, रजही खाले टोला, रजही नर्सरी, आमबाग नर्सरी और चिलबिलवा है.

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इन लोगों को जंगल में पेड़ की देखरेख और काम करने की जिम्मेदारी दी गई. यह लोग वर्मा देश के ‘टांगिया विधि’ का इस्तेमाल किया करते थे, इसलिए वन में रह कर काम करने वाले इन लोगों को वनटांगिया कहा गया. इन्हीं के नाम पर यह गांव बसे हैं. वहीं, गोरखपुर महाराजगंज में लगभग 23 वनटांगिया गांव मौजूद हैं. सीएम योगी साल 2009 से कुसमी जंगल स्थिति वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर 3 के गांव में दिवाली मनाते हैं. यहां के लोग भी हर साल दिवाली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भगवान प्रभु राम की तरह इंतजार करते हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्ग हर कोई यह कहता है कि अगर मुख्यमंत्री नहीं आए तो गांव में एक भी दीपक नहीं जलेगा. इस गांव के हर घर में दीपक योगी बाबा के नाम से जलाए जाते हैं.’

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साथ ही उन्‍होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने बतौर सांसद रहते हुए भी इन गांवों के लोगों के लिए लड़ाई लड़ी थी. आज वनटांगिया के 23 गांव में विकास के साथ शिक्षा की हर कसर पूरी कर दी है. यही नहीं, जब वन विभाग इन जंगलों से उजाड़ रहा था, तब भी बतौर सांसद योगी आदित्‍यनाथ ने लड़ाई लड़कर इनको यहां बसाया था. इस बार भी सीएम योगी यहां आएंगे.


 

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