केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आज 1 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश कर रही हैं, यह लगातार उनका आठवां बजट है. संसद में बजट भाषण में उन्होंने कहा कि मखाना की मार्केटिंग के लिए काम किया गया है. इसके लिए एफपीओ का गठन किया जा रहा है. बिहार में मखाना की खेती पर काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार का गरीब अन्नदाता और महिलाओं पर जोर रहा है. उन्होंने किसानों को फसलों का उचित मुआवजा देने की घोषणा की है.
बजट में मिडिल क्लास के लिए बड़ी घोषणा. 12 लाख तक की सालाना आय पर कोई आयकर नहीं देना होगा. 25 लाख आय वालों को 1.10 लाख का फायदा होगा.
बजट में सरकार का बड़ा ऐलान. निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले सप्ताह इनकम टैक्स बिल आएगा. आयकर पर विस्तार से बिंदु शामिल होंगे. वित्त मंत्री ने कहा- न्यू इनकम टैक्स बिल अगले हफ्ते लाया जाएगा. इन डायरेक्ट टैक्स रिफॉर्म को बाद में बताएंगे. इनकम टैक्स फाइलिंग की सीमा को 2 साल से बढ़ाकर 4 साल कर दिया है.
बुजुर्गों के लिए छूट का बड़ा ऐलान. बुजुर्गों के लिए टैक्स छूट 1 लाख तक किया गया. चार साल तक अपडेटेड रिटर्न भर पाएंगे बुजुर्ग. 10 लाख टीसीएस की सीमा की गई. टीडीएस लिमिट 6 लाख की गई.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पहली बार उद्यमी बनीं 5 लाख अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति महिला उद्यमी के लिए एक नई योजना शुरू की जाएगी, इसके तहत अगले 5 वर्षों के दौरान 2 करोड़ रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 36 जीवन रक्षक दवाओं पर पूरी तरह से ड्यूटी टैक्स खत्म कर दिया जाएगा. सभी सरकारी अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर बनाए जाएंगे. कैंसर के इलाज की दवाएं सस्ती होंगी. 6 जीवन रक्षक दवाओं पर कस्टम ड्यूटी 5 फीसदी कर दी जाएगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2025-26 पेश करते हुए कहा कि सरकार विशेष आर्थिक क्षेत्रों और उच्च समुद्रों में मछली पालन क्षेत्र की पैदावार को बनाए रखने के लिए एक सक्षम ढांचा लाएगी. उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए विनिर्माण मिशन नीति समर्थन और विस्तृत ढांचे के माध्यम से छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों को कवर करेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार के 10,000 करोड़ रुपये के योगदान से स्टार्टअप्स के लिए फंड की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पहली बार पांच लाख महिलाओं, एससी और एसटी उद्यमियों के लिए 2 करोड़ रुपये का ऋण देगी.
बिहार में नेशनल इस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी बनेगा
स्टार्टअप के लिए लोन गारंटी स्कीम की घोषण.
स्टार्टअप के लिए 20 करोड़ तक लोन मिलेगा.
खिलोना उद्योग में ग्लोबल हब बनेगा भारत.
खिलौना के लिए राष्ट्रीय नीति बनेगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'हम चाहते हैं कि एमएसएमई सेक्टर विकास करे. एक करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड एमएसएमई हैं. इससे करोड़ों लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है. यह भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग हेड बनाता है. इनको ज्यादा पैसा मिल सके इसलिए इसे ढाई गुना बढ़ाया जा रहा है. इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा. हम क्रेडिट गारंटी कवर को माइक्रो और स्माल एंटरप्राइजेज के लिए 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ किया जाएगा.'
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने केंद्रीय बजट 2025-26 भाषण में दालों में 'आत्मनिर्भरता' हासिल करने के लिए छह साल के मिशन की घोषणा की है. इसके साथ ही तिलहन में आत्मनिर्भरता के लिए भी घोषणा की गई है.
सीतारमण ने कहा किसान क्रेडिट लिमिट बढ़ाई जा रही है. उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है. पहले यह लिमिट 3 लाख रुपये थी.
वित्त मंत्री ने बजट में किसानों के लिए प्रधानमंत्री धनधान्य योजना का ऐलान किया है. वित्त मंत्री ने बजट में किसानों के लिए प्रधानमंत्री धनधान्य योजना का ऐलान किया है. राज्यों के साथ सरकार ये योजना चलाएगी. 1.7 करोड़ किसानों को मदद मिलेगी.
गरीब, युवा, महिला, किसानों की बेहतरी पर फोकस रहेगा. फार्म ग्रोथ, ग्रामीण विकास, मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान दिया दा रहा है. साथ ही फाइनेंशियल सेक्टर के रिफॉर्म पर ध्यान देंगे.
मखाना की मार्केटिंग के लिए काम किया गया है. इसके लिए एफपीओ का गठन किया जा रहा है. मखाना बोर्ड से छोटे किसानों और व्यापारियों को फायदा होगा.
संसद में बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा हमारी अर्थव्यवस्था सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रही है. पिछले 10 वर्षों के हमारे विकास ट्रैक रिकॉर्ड और संरचनात्मक सुधारों ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है. इस अवधि में भारत की क्षमता और संभावनाओं पर विश्वास और बढ़ा है. हम अगले 5 वर्षों को सबका विकास को साकार करने और सभी क्षेत्रों के संतुलित विकास को प्रोत्साहित करने के एक अनूठे अवसर के रूप में देखते हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "इस बजट में प्रस्तावित विकास उपाय 10 व्यापक क्षेत्रों में हैं, जिनमें गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
वित्त वर्ष 2024-25 में इकोनॉमिक ग्रोथ रेट चार साल के निचले स्तर 6.4% पर रहने का अनुमान है. ये 2019 में फैली कोविड महामारी के बाद से सबसे कम ग्रोथ है. वित्त मंत्री और उनकी टीम के सामने सबसे कठिन काम राजकोषीय संयम को छोड़े बिना ग्रोथ को बढ़ावा देना होगा. सरकार से ये भी अपेक्षा की जाती है कि वो विभिन्न चुनौतियों के बावजूद वित्त वर्ष 2025-26 में राजकोषीय घाटे को GDP के 4.5% से नीचे लाने के लक्ष्य पर कायम रहेगी.