शाह ने NDDB की तीन और अमूल की दो नई परियोजनाओं का किया उद्घाटन

शाह ने NDDB की तीन और अमूल की दो नई परियोजनाओं का किया उद्घाटन

अमित शाह ने NDDB की तीन नई परियोजनाओं और अमूल की दो नई परियोजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि PM मोदी ने पहली बार अलग सहकारिता मंत्रालय बनाने का फैसला किया था. 31 करोड़ लोगों के साथ समितियां जुड़ी हैं.

अमित शाहअमित शाह
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jul 07, 2025,
  • Updated Jul 07, 2025, 2:02 PM IST

सहकारिता मंत्री अमित शाह गुजरात के आनंद स्थित अमूल डेरी में आयोजित सहकारी मंत्रालय के चौथे स्थापना दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद रहें. इस मौके पर अमित शाह ने NDDB की तीन नई परियोजनाओं और अमूल की दो नई परियोजनाओं का उद्घाटन किया. अमित शाह ने गुजरात के बाहर से दूध संपादन के लिए अमूल फेडरेशन द्वारा गठित नई बहुराज्य सहकारी समिति “सरदार पटेल सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड” का उद्घाटन किया, जिसके बाद आनंद के वघासी में मौजूद भारतीय राष्ट्रीय सहकारी डेरी महासंघ के नवीन कार्यालय का उद्धाटन करके अमित शाह आनंद के विठ्ठल उद्योगनगर में NDDB की कंपनी IDMC Ltd द्वारा स्थापित रेडी टू यूज कल्चर प्लांट का उद्धाटन करने पहुंचे, जिसके बाद अमित शाह ने आनंद में NDDB के नवीन कार्यालय का उद्धाटन किया और आनंद में ही NDDB के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की.

अमित शाह ने दी श्यामाजी को श्रद्धांजलि

गुजरात के आनंद स्थित अमूल डेरी में आयोजित सहकारिता मंत्रालय के चौथे स्थापना दिवस के उपलक्ष में अमित शाह ने कहा कि1901 में आज के दिन श्यामाप्रसाद मुखर्जी का जन्म हुआ था. बंगाल की धरती पर जन्मे श्यामाजी देशभक्त नेता थे. आजादी के पूर्व से देश की अनेक समस्याओं को वांचा दी लेकिन निवारण के लिए लोगो को संगठित करके उपाय दिए. देश उन्हें कश्मीर से जोड़कर देखे तो उचित है क्योंकि श्यामाजी ना होते तो कश्मीर देश का अभिन्न हिस्सा ना होता. देश में दो निशान दो विधान नहीं का नारा दिया. इसके साथ पश्चिम बंगाल भी भारत का हिस्सा है तो श्यामाजी को इसका श्रेय जाता है. पूरे बंगाल में आंदोलन चलाया और देश को एकत्र किया और वो हिस्सा पश्चिम बंगाल बनकर देश के साथ जुड़ा. नहेरू जी के मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देकर भारत के हित को समर्पित जनसंघ की स्थापना की. आज दस से 12 करोड़ सदस्य के साथ सबसे बड़ा राजनीतिक दल है. श्यामा प्रसादजी को दो हाथ जोड़कर श्रद्धांजलि.

पांच P पर काम कर रही सहकारिता 

अमित शाह ने कहा कि आज दस हजार से ज्यादा किसान भाई बहन आए हैं. कार्यक्रम लंबा है हर बात नहीं बताऊंगा पर सहकारिता मंत्रालय को चार साल हुआ, सरदार पटेल का 150 वां साल चल रहा है और सहकारिता सम्मेलन चल रहा है. आज PM मोदी ने पहली बार अलग सहकारिता मंत्रालय बनाने का फैसला किया था. 31 करोड़ लोगों के साथ समितियां जुड़ी हैं. दूध से बैंकिंग, चीनी मार्केट से लेकर कैश और पेमेंट तक सहकारिता देश के विकास में योगदान दे रही है. पीएम के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय ने 60 पहल अब तक की, जिसमें हमने पांच P पर काम किया है. पीपल, पैक्स, प्लेटफार्म, पालिसी और प्रोस्पेरिटी. वहीं, अगले साल की बैलेंस शीट एक लाख करोड़ के मुनाफे की होगी.

नमक कोआपरेटिव सोसायटी की शुरुआत

आने वाले दिनों में नमक उत्पाद क्षेत्र में सहकारी क्षेत्र एक नया आयाम स्थापित करेगा. नमक कोआपरेटिव सोसायटी शुरू करने के लिए हूम्बलजी को अभिनंदन. अमित शाह ने अपने संबोधन में सभी सहकारी नेता से अनुरोध करके कहा कि हमने पारदर्शिता, टेक्नोलॉजी का स्वीकार मजबूती से किया है. पारदर्शिता नहीं होगी तो सहकारिता लंबी नहीं चलती. कई देश में सहकारिता खत्म हुई उसका अभ्यास करें तो पारदर्शिता नहीं होना वजह रही. जिन्होंने टेक्नोलॉजी नहीं स्वीकारी उन्हें नुकसान हुआ.

भारत विश्व को सहकारिता का नया मॉडल देगा

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि अमित शाह को सहकारिता मंत्रालय की सफलता के लिए अभिनंदन. आने वाले समय में भारत विश्व को सहकारिता का नया मॉडल देगा. स्वतंत्रता की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाला गुजरात सहकारिता में भी अग्रसर है. किसान, पशुपालक, दूध उत्पादक, महिलाओं को सहकारिता के साथ जोड़कर अभियान चलाया गया है.

नमक को-ऑपरेटिव सोसायटी की घोषणा

सहकारिता मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में नमक को-ऑपरेटिव सोसायटी की घोषणा हुई. गुजरात में दूध के बाद एक और नई श्वेत क्रांति की शुरुआत होगी. अगले 15 दिनों में नमक को-ऑपरेटिव सोसायटी के माध्यम से नमक अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचेगा. वैश्विक स्तर पर इस नमक के आने से नमक उत्पादकों कई गुना मुनाफा मिलेगा. अमूल डेयरी के वाईस प्रेसिडेंट वलमजी हूम्बल ने कहा कि कच्छ जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ- “सरहद डेरी” के नेतृत्व में नई श्वेत क्रांति की शुरुआत होगी.

नमक पकाने वाले अगरियाओं के लिए नया वैश्विक बाज़ार उपलब्ध होगा. अगले 15 दिनों में नमक को बाज़ार में लांच कर दिया जाएगा. वलमजी हूम्बल ने कहा कि अभी 35 पैसे के हिसाब से कमाने वाले अगरिया को नमक को-ऑपरेटिव सोसायटी की वजह से 8-10 गुना मुनाफा मिलना शुरू होगा. मीठा जिन प्लॉट में पकाया जाता है उन्हें 1 रुपये के हिसाब से मुनाफा मिलता है जो बढ़ाकर 5 से 6 गुना बढ़ाया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय बाजार में नमक को-ऑपरेटिव सोसायटी का मार्केटिंग की जिम्मेदारी अमूल फेडरेशन की रहेगी. कच्छ, बनासकांठा, सुरेंद्रनगर के 5,000 से अधिक अगरियाओं को उनके काम के लिए अधिक मुनाफा प्राप्त होगा.

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