तेलंगाना में पाम ऑयल की खेती बढ़ाने पर रिसर्च करें वैज्ञानिक, कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने दिया निर्देश

तेलंगाना में पाम ऑयल की खेती बढ़ाने पर रिसर्च करें वैज्ञानिक, कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने दिया निर्देश

Shivraj Singh Chouhan: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को तेलंगाना के किसानों से मिले. ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के 12 दिन पूरे, अभियान से जुड़े लाखों किसान. कृषि मंत्री ने कहा- विविधिकरण और एकीकृत खेती के लिए तेलंगाना के किसानों को बधाई.

Shivraj singh chouhanShivraj singh chouhan
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 09, 2025,
  • Updated Jun 09, 2025, 7:50 PM IST

‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को तेलंगाना में किसानों से संवाद किया. सबसे पहले वह तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के मनसनपल्ली गांव में किसानों से मिले. फिर रामचंद्रगुडा गांव जाकर किसान चौपाल में किसानों से मुलाकात की. केंद्रीय कृषि मंत्री को किसानों ने बताया कि वह विविधिकरण और एकीकृत खेती की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. एकीकृत खेती से उन्हें लाभ पहुंच रहा है और उनके उत्पादन और आमदनी में बढ़ोतरी हुई है. किसान चौपाल के बाद  शिवराज सिंह चौहान ने मंगलपल्ली, इब्राहिमपट्टनम में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को संबोधित किया.

शिवराज सिंह ने कहा कि  सबकी सामूहिक भागीदारी के साथ ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की शुरुआत की गई है. लैब से लैंड को जोड़ने के लिए प्रयास हुआ है. वैज्ञानिक गांव-गांव जाकर किसानों तक शोध की सही जानकारी पहुंचा रहे हैं जिसके लिए 16 हजार वैज्ञानिकों की 2,170 टीमों का गठन किया गया है. क्षेत्र विशेष की जरूरतों, जलवायु और मिट्टी की उर्वरक क्षमता के अनुसार खेती की सही पद्धति और फसल की किस्मों की जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है. किसान ही असली वैज्ञानिक है. इसलिए मैंने वैज्ञानिकों को निर्देश दिया है कि वह किसानों की व्यावहारिक समस्याओं को भी सुनें और आगे शोध का रास्ता उसी के अनुसार तय करें.

मोटे अनाज की विश्व स्तर पर पहचान

शिवराज सिंह ने कहा कि मोटे अनाज की विश्व स्तर पर पहचान स्थापित करने की कोशिश होगी. तेलंगाना का भारतीय श्री अन्न अऩुसंधान संस्थान पूरी दुनिया को दिशा देगा, ऐसा मुझे पूरा विश्वास है. तेलंगाना में पाम ऑयल की खेती कैसे बढ़े, इस पर भी अनुसंधान होगा. रंगारेड्डी जिले में किसानों द्वारा किए गए नवाचार देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई. पाम और पपीते की खेती को एक साथ करके कृषि उन्नति के तरीके देखे. टमाटर की खेती देखी, फूलों की खेती देखी, किसान नर्सरी तैयार कर रहे हैं, इन उन्नत कृषि प्रयासों के लिए मैं अपने किसान भाइयों-बहनों को धन्यवाद देता हूं. 

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शिवराज सिंह चौहान ने कहा, एक किसान भाई ने साझा किया कि किस प्रकार वह एक एकड़ में तीन लाख रुपये तक का मुनाफा कमा रहे हैं. आप आगे बढ़े यही हमारा ध्येय है. आपकी समृद्धि में कोई कसर बाकी ना रहे, इसी के लिए हम तत्परता से कार्य कर रहे हैं. हम देश में भी अनुसंधान करेंगे और विदेशों के भी सफल अनुसंधान आप तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे. 

बाजार हस्तक्षेप योजना से किसानों को लाभ

कृषि मंत्री ने कहा, हाल ही में हमने बाजार हस्तक्षेप योजना (एमआईएस) बनाई है, जिसके तहत टमाटर, आलू, प्याज के उत्पादन को किसान यदि दूसरे राज्यों में बेचना चाहे तो परिवहन की लागत केंद्र सरकार द्वारा उठाई जाएगी. भंडारण की भी व्यवस्था की जाएगी. छोटी जोत वाले किसानों को कैसे अधिक से अधिक लाभ पहुंचे, इसके लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं. एकीकृत खेती के मॉडल विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है.

अंत में शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कृषि को बेहतर करने के लिए दिन और रात युद्धस्तर पर कार्य जारी है. नीतियां ऐसी बनाई जाएंगी, जिससे हमारे किसान भाइयों-बहनों का फायदा हो.

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इस अवसर पर केंद्रीय राज्य कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, तेलंगाना के कृषि मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव, सांसद कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी, सांसद चामला किरण कुमार रेड्डी, विधायक, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. एम एल जाट, वैज्ञानिक, भारत सरकार और राज्य सरकार के अधिकारी शामिल रहे.

 

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