पहलगाम आतंकी हमले पर टिकैत का बयान, पानी रोकने के लिए ट्रैक्टर में मिट्टी भरकर जाएंगे बॉर्डर

पहलगाम आतंकी हमले पर टिकैत का बयान, पानी रोकने के लिए ट्रैक्टर में मिट्टी भरकर जाएंगे बॉर्डर

टिकैत ने कश्मीर के हालात पर बात करते हुए कहा कि वहां के 95% लोग शांति से रहना चाहते हैं, लेकिन 5% लोग गलत सोच के साथ माहौल खराब कर रहे हैं. उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों को पहचाना जाए और बाहर निकाला जाए.  उन्होंने कहा कि, "देश की सुरक्षा के लिए हमें ऐसी विचारधारा का खात्मा करना होगा.

Rakesh Tikait Rakesh Tikait
संदीप सैनी
  • Noida,
  • Apr 30, 2025,
  • Updated Apr 30, 2025, 11:33 AM IST

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश की लहर फैल गई है. इस हमले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी मुजफ्फरनगर में अपने निवास पर मीडिया से बात करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है. राकेश टिकैत ने कहा कि ये हमला बहुत दुखद और निंदनीय है. इससे न केवल देशवासियों की भावनाएं आहत हुई हैं, बल्कि कश्मीर की पर्यटन व्यवस्था भी पूरी तरह प्रभावित हुई है. उन्होंने कहा कि टूरिस्ट पर हमला करना न केवल एक व्यक्ति पर हमला है, बल्कि वहां की आर्थिक रीढ़ को तोड़ने की साजिश है.

ट्रैक्टर में मिट्टी भरकर पहुंचेंगे बॉर्डर!

टिकैत ने पाकिस्तान को लेकर भी बड़ा बयान देते हुए कहा कि, "अगर सरकार को पाकिस्तान का पानी रोकने के लिए मिट्टी की जरूरत होगी, तो हम ट्रैक्टर में मिट्टी भरकर वहां पहुंच जाएंगे. सरकार को फ्री में मिट्टी देंगे. जिस ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंचे थे, उसी से वहां भी चल देंगे."

अमरनाथ यात्रा पर भी बोले टिकैत

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमरनाथ यात्रा पर पहले भी हमले हुए हैं, लेकिन अब हालात बहुत बेहतर हैं. “सेना हर जगह मुस्तैद है. सरकार और सेना दोनों सतर्क हैं. अमरनाथ यात्रा पर कोई खतरा नहीं है.”

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गलत विचारधारा के खिलाफ सख्त रुख

टिकैत ने कश्मीर के हालात पर बात करते हुए कहा कि वहां के 95% लोग शांति से रहना चाहते हैं, लेकिन 5% लोग गलत सोच के साथ माहौल खराब कर रहे हैं. उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों को पहचाना जाए और बाहर निकाला जाए.  उन्होंने कहा कि, "देश की सुरक्षा के लिए हमें ऐसी विचारधारा का खात्मा करना होगा. हम भी कई बार कश्मीर गए हैं और देखा है कि आम लोग सेना की मौजूदगी से खुश हैं."

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750 किसान हुए शहीद हुए

टिकैत ने यह भी कहा कि जब किसान आंदोलन के दौरान 750 किसान शहीद हुए, तब सरकार या मीडिया ने कोई बड़ा बयान नहीं दिया. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इन शहीदों के लिए कोई न्याय नहीं है?

आर्थिक मदद की मांग

उन्होंने हाल ही में शहीद हुए जवान नरवाल के परिवार को हरियाणा सरकार द्वारा दी गई 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद को अपर्याप्त बताया और कहा कि यह राशि बढ़नी चाहिए क्योंकि वह परिवार का अकेला सहारा था.

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