पंजाब में महिला किसान नेता के घर पर NIA की छापेमारी, विरोध में उतरे किसान संगठन

पंजाब में महिला किसान नेता के घर पर NIA की छापेमारी, विरोध में उतरे किसान संगठन

बीकेयू क्रांतिकारी के राज्य अध्यक्ष सुरजीत सिंह फुल ने कहा कि छापेमारी सुबह लगभग 5 बजे शुरू हुई और इसकी पहले से कोई सूचना नहीं दी गई थी. उन्होंने कहा कि हम एनआईए द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना या लिखित सूचना के की गई छापेमारी के विरोध में हैं.

The NIA is continuing with its investigation as part of its crackdown on the Khalistani terrorist outfits, the statement said. The NIA is continuing with its investigation as part of its crackdown on the Khalistani terrorist outfits, the statement said. 
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Aug 30, 2024,
  • Updated Aug 30, 2024, 2:08 PM IST

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को पंजाब के बठिंडा जिला स्थित रामपुरा फूल इलाके में महिला किसान नेता सुखविंदर कौर के घर पर छापेमारी की. हालांकि, इस दौरान किसान नेता सुखविंदर कौर अपने घर पर मौजूद नहीं थीं. वहीं, जैसे ही आसपास के किसानों को इसकी भनक लगी, वे सुखविंदर कौर के घर के बाहर पहुंच गए और वहीं पर धरना- प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि एनआईए की टीम को छापेमारी के कारण के बारे में बताना होगा. बिना कारण बताए उन्हें सुखविंदर कौर के घर से जाने नहीं देंगे.

एनआईए जब छापेमारी करने पहुंची तो सुखविंदर कौर के घर पर उनके पति, बेटे, बहू और 90 वर्षीय मां ही मौजदू थे. खास बात यह है कि छापेमारी की जानकारी उन्हें अपने पड़ोसियों से मिली. इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए आस-पास के इलाके कुछ किसानों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद किसान सुखविंदर कौर के घर के बाहर पहुंच गए और धरना- प्रदर्शन करने लगे.

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BKU क्रांतिकारी संगठन का आरोप

वहीं, बीकेयू क्रांतिकारी के राज्य अध्यक्ष सुरजीत सिंह फुल ने कहा कि छापेमारी सुबह लगभग 5 बजे शुरू हुई. उन्होंने कहा कि हम एनआईए द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना या लिखित सूचना के की गई छापेमारी के विरोध में हैं. उन्होंने कहा कि यह छापेमारी किसान नेताओं को डराने की एक चाल है. फुल ने कहा कि एनआईए ने अब निरस्त हो चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान भी कई किसानों के घरों पर छापेमारी की थी. वे बिना किसी वारंट के अचानक आते हैं. इसलिए यह हमें डराने का प्रयास है, क्योंकि हम शंभू बॉर्डर पर धरने का हिस्सा हैं जिसका शनिवार को 200 दिन पूरा हो जाएगा.

पंढेर ने किया छापे का विरोध

बठिंडा महिला किसान नेता के घर पर हुई NIA रेड को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार की दमनकारी नीति का एक और हथकंडा है. पंढेर ने कहा कि पहले हमें खालिस्तानी कहकर बुलाया गया लेकिन जब वह हथकंडा नहीं चला तो अब एनआईए जैसी एजेंसी का सहारा लेकर हमारे आंदोलन को रोकने की कोशिश कर रहे हैं. पंढेर ने कहा कि कल यानी 31 अगस्त को हमारे आंदोलन के 200 दिन पूरे होने जा रहे हैं और इस मौके पर लाखों की गिनती में किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पहुंचेंगे. साथ ही मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.

बीकेयू क्रांतिकारी के किसान नेता ने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार आपस में मिली हुई है, इसलिए यह सब कुछ हो रहा है. NIA धक्के शाही कर रही है. बृज भूषण जैसे नेताओं और मणिपुर घटना पर इन्होंने कोई कारवाई नहीं की. लेकिन किसान यूनियन की जनरल सचिव सुखविंदर कौर के घर रेड की जा रही है. जबकि यह कोई आतंकवादी या गैंगस्टर का घर नहीं है. फिर पता नहीं NIA  यहां क्यों छापेमारी कर रही है.

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कल शंभू बॉर्डर पर एकजुट होंगे किसान

किसान नेता ने कहा कि उन्होंने अपना वकील को घर के अंदर भेजा है, ताकि उनके वकील की निगरानी में सब कुछ हो. उन्हें लोकल पुलिस ने बताया है कि सोशल मीडिया पर कुछ ईमेल हुई है, इसकी जांच हो रही है. लेकिन अब किसान कह रहे हैं कि किसान एकता को तोड़ा जाए, ताकि सरकार पर दवाब खत्म हो. लेकिन अब किसान यूनियन इस स्बंध में कल शंभू बॉर्डर पर एकजुट होंगे.(कुणाल बंसल और कमलजीत संधू का इनपुट)

 

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