
गुजरात मे किसानों की कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस की किसान जन आक्रोश यात्रा का आगाज 6 नवंबर यानी गुरुवार से हो गया है. यह यात्रा 13 नवंबर तक जारी रहेगी और इसके तहत 800 किमी क्षेत्र को कवर किया जाएगा. यात्रा का आगाज जहां सोमनाथ से हुआ है तो यह द्वारका पर जाकर खत्म होगी. राज्य के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश से किसानों की मूंगफली, कपास, तिल और ज्वार जैसी मुख्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है. कांग्रेस ने किसानों के लिए पूर्ण रूप से कर्ज माफी की मांग भी राज्य की बीजेपी सरकार से की है. हालांकि इस यात्रा के शुरू होने से ठीक एक दिन पहले यानी बुधवार को सरकार की तरफ से किसानों के लिए राहत पैकेज का ऐलान कर दिया गया है.
कई जिलों के खेत पानी में डूब गए हैं और फसलें बर्बाद हो गई हैं जिससे किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. इस स्थिति मे सरकार की और से किसानों की मदद के लिए राहत पैकेज की घोषणा हो, उससे पहले कांग्रेस ने 'किसान जन आक्रोश यात्रा' शुरू कर दी है. गुजरात कांग्रेस का मकसद अपनी इस यात्रा के जरिये किसानों के हितों की लड़ाई को आगे बढ़ाना है. इस यात्रा के दौरान, पार्टी कार्यकर्ता किसानों का हाल जानेंगे और सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करेंगे और इसके साथ ही वो सही मुआवजे, फसल बीमा प्रक्रिया को सरल बनाने और तुरंत मदद की मांग करेंगे.
कांग्रेस की यह आक्रोश यात्रा 6 नवंबर को गिर सोमनाथ जिले से शुरू हुई है. यात्रा सौराष्ट्र के बेमौसम बारिश से प्रभावित प्रमुख इलाकों का दौरा करेगी और 13 नवंबर को देवभूमि द्वारका में खत्म होगी. इस यात्रा के जरिये कांग्रेस की मुख्य 5 मांगे है जिसमें किसानों के कर्ज माफी सबसे ऊपर है. इसके अलावा किसानों को फसल बीमा योजना का फिर से लाभ मिले और किसानों को तत्काल प्रभाव से सहायता दी जाए वो भी प्रमुख हैं.
पार्टी की तरफ से विशेष राहत पैकेज और शत-प्रतिशत कृषि ऋण माफी की मांग भी सबसे ऊपर है. यात्रा के दौरान गिर-सोमनाथ, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, बोटाद, सुरेंद्रनगर, मोरबी, राजकोट, जामनगर और पोरबंदर जैसे पड़ाव आएंगे जहां पर बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. तुषार चौधरी, राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल, सांसद गेनीबेन ठाकोर और हर क्षेत्र के तीन जिला-स्तरीय कांग्रेस पदाधिकारी सहित वरिष्ठ नेता किसानों के नुकसान का आकलन करने के लिए खेतों का दौरा करेंगे.
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