कुछ दिनों पहले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान असम में थे जहां पर उन्होंने चाय के बागानों में काम करने वाली महिला किसानों को हर तरह की मदद का भरोसा दिलाया था. अब कृषि मंत्री का यही नरम रुख महाराष्ट्र के उस किसान के लिए भी नजर आया है जिसका वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है. महाराष्ट्र के किसान गौरव पवार का एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में नजर आ रहा है कि कैसे अचानक बारिश के बीच वह अपनी उस फसल को बेचने की कोशिशों में लगे हुए हैं, जो उनके परिवार की रोजी-रोटी का अकेला सहारा थी. गौरव के पिता इंदल ने बड़ी उम्मीदों से फसल बोई थी लेकिन वह पूरी पानी में बह गई. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गौरव से फोन पर बात की है और उन्हें दिलासा दिया है.
गौरव, वाशिम स्थित मनोरा बाजार समिति पहुंचे थे जब अचानक तेज बारिश शुरू हो गई. पूरी फसल इसी बारिश के पानी में बह गई. स्थानीय मीडिया से बात करते समय गौरव के पिता इंदल ने कहा, 'न सिर्फ मूंगफली बल्कि पूरे साल हमारे परिवार ने जो सपने देखे थे, वो भी बारिश में बह गए हैं. ' 15 मई को महाराष्ट्र में अचानक बारिश से कई फसलें चौपट हो गई थीं. इंदल के परिवार के पास पांच एकड़ की जमीन है. यह जमीन ही उनकी आजिविका का एकमात्र साधन है. इस साल उन्होंने तीन एकड़ जमीन पर मूंगफली बोई थी लेकिन प्राकृतिक आपदा के चलते प्रति एकड़ में सिर्फ डेढ़ क्विंटल उत्पादन ही हो सका. वह ट्रैक्टर में भरकर मूंगफली के बेचने के लिए मनोरा बाजार समिति पहुंचे थे.
बाजार में टिन शेड बहुत छोटा होने की वजह से उन्होंने मूंगफली को जमीन पर फैला दिया था. मूंगफली बिकती इससे पहले ही अचानक बारिश शुरू हो गई. बारिश इतनी तेज थी कि 60 से 70 फीसदी फसल एक झटके में बह गई. गौरव ने कुछ फलियों को बचाने की कोशिश भी कि लेकिन वह नाकाम रहे. एक क्विंटल फसल जो बच गई थी, वह भी नहीं बिक सकी क्योंकि मूंगफली पूरी तरह से पानी में भीग गई थीं. कई लोग बाजार में मौजूद थे जिन्होंने इस घटना को मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड किया लेकिन कोई भी उनकी मदद को आगे नहीं आया.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले का संज्ञान लिया और उन्होंने इंदल से बात की. इस बातचीत में उन्होंने इंदल को मदद को पूरा भरोसा दिलाया है. उन्होंने गौरव से फोन पर बात की और कहा, 'वीडियो देखकर मुझे दुख हुआ, लेकिन चिंता मत करो. केंद्र और राज्य सरकार आपके साथ है.' कृषि मंत्री ने गौरव को भरोसा दिलाया कि राहत राशि में तेजी लाई जाएगी. इसके लिए उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य के कृषि मंत्री और स्थानीय कलेक्टर से बात की है.
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