खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन का मंंगलवार को 8वां दिन है. सोमवार को किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमारे उपराष्ट्रपति माननीय जगदीप धनखड़ ने कल एक कार्यक्रम में कहा कि "जब किसान समाज परेशान है तो हमें नींद कैसे आती है? किसानों की खुशहाली के बिना 2047 तक भारत को विकसित बनाने का सपना अधूरा रहेगा, किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से होना चाहिए और उपराष्ट्रपति के दरवाजे किसानों के लिए 24 घण्टे खुले हैं". उपराष्ट्रपति के इस बयान पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि उपराष्ट्रपति के इन विचारों का वे सम्मान करते हैं.
डल्लेवाल ने कहा, यदि वे (उपराष्ट्रपति) किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर हैं तो उन्हें सरकार को आदेश देने चाहिए कि अलग-अलग सरकारों द्वारा किसानों के साथ किए गए वायदे जल्द से जल्द पूरे किए जाएं. उन्होंने कहा कि 2011 में गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए माननीय नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर कहा था कि किसानों के लिए MSP गारंटी कानून बनाया जाए लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अब तक अपना वायदा पूरा नहीं किया है.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि 2018 में आंदोलन के बाद तत्कालीन कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने उन्हें लिखित में दिया था कि वे 2 महीने के अंदर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करेंगे और C2+50% फॉर्मूले के अनुसार किसानों को MSP दिया जाएगा. लेकिन 6 साल बीत जाने के बावजूद उनका वायदा अभी भी अधूरा है.
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हरियाणा के किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ के दादा के आकस्मिक निधन की खबर मिलने पर आज स्टेज पर 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए डॉक्टरों ने बताया कि आज उनका ब्लडप्रेशर 146/96, शुगर 74, तापमान 96 और पल्स 94 है. 3 दिसंबर को हरियाणा के किसानों का एक बड़ा जत्था खनौरी बॉर्डर पर पहुंचेगा और किसान आंदोलन को मजबूती देगा.
इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से कहा कि वे प्रदर्शनकारी किसानों को हाईवे को जाम न करने और लोगों को असुविधा न पहुंचाने के लिए मनाएं. डल्लेवाल किसानों की मांगों को मनवाने के लिए खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर हैं. सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, "हमने देखा है कि उन्हें (डल्लेवाल) रिहा कर दिया गया है और उन्होंने शनिवार को एक साथी प्रदर्शनकारी को अपना आमरण अनशन समाप्त करने के लिए राजी भी किया." बेंच ने साथ ही कहा कि किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दे को अदालत ने नोट कर लिया है और पेंडिंग मामले में इस पर विचार किया जा रहा है.
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बेंच ने डल्लेवाल की ओर से पेश वकील गुनिंदर कौर गिल से कहा, "लोकतांत्रिक व्यवस्था में आप शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन लोगों को असुविधा न पहुंचाएं. आप सभी जानते हैं कि खनौरी बॉर्डर पंजाब के लिए जीवन रेखा है. हम इस पर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं कि विरोध सही है या गलत."