महाराष्ट में जैसे-जैसे विधानसभा चुनावों का समय नजदीक आ रहा है, राजनीतिक चहल-पहल बढ़ती जा रही है. साथ ही अदला-बदली का खेल भी शुरू हो गया है. सतारा में शरद पवार की राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता ने पार्टी को बड़ा झटका दिया जा रहा है. एनसीपी के मानिकराव सोनवलकर ने पवार का साथ छोड़ दिया है और अब वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में भी इस बात की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि राव के साथ कई कार्यकर्ता भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
मानिकराव ने महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रेशेखर बावनकुले की मौजूदी में बीजेपी का दामन थामा है बावनकुल्ले की तरफ से इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी गई है. बावनकुल्ले ने कहा है कि सोनवलकर सतारा के शरद पवार की पार्टी के नेता हैं जो बीजेपी में आज शामिल हुए हैं. वह जिला परिषद के नेता हैं और उनके साथ 5 हजार कार्यकर्ताओं ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है. सोनवलकर एक शिक्षक हैं. माना जा रहा है कि सातारा में जहां बीजेपी को इससे बड़ा फायदा होगा तो पवार की एनसीपी को नुकसान हो सकता है.
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बावनकुल्ले का कहना था कि सोनवलकर सतारा के बड़े नेता हैं और उन्होंने अब बीजेपी का साथ देने का फैसला किया है. उन्होंने कांग्रेस समेत महाविकास अघाड़ी पर जमकर निशाना साधा. बावनकुले ने कहा कि महाविकास अघाड़ी लोगों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. साथ ही समुदायों को भड़काने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी तब विपक्ष की तरफ से कोई गंदी राजनीति नहीं होती थी, लेकिन आज ये सब हो रहा है. महाराष्ट्र में अक्टूबर के महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में राज्य के सियासी दलों के बीच नेताओं के जाने और आने का सिलसिला लगातार जारी है.
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चुनाव को लेकर प्रदेश के महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों बड़े गठबंधनों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है. लेकिन सर्वे महाअघाड़ी को फायदा बता रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार महाअघाड़ी गठबंधन की तरफ से किए गए एक सर्वे के अनुसार, महा अघाड़ी गठबंधन 288 विधानसभा सीटों में से 165 सीटें जीत सकता है. यह आंकड़ा राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी 144 सीटों के आंकड़े से कहीं ज्यादा है. महाअघाड़ी को नागपुर, अमरावती, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्रों में बढ़त मिली है. जबकि सत्तारूढ़ महायुति मुंबई, कोंकण और उत्तर महाराष्ट्र क्षेत्रों में विधानसभा क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनाए हुए है.