दिल्ली में हवा का स्तर गंभीर श्रेणी में है और AQI लगातार 300 के ऊपर बना हुआ है. वहीं, दिल्ली में एक ऐसा घर है जिसका AQI महज 10-15 के बीच है. इस अनोखे घर में 15 हजार से ज़्यादा पौधे मौजूद हैं. हवा साफ होने के साथ ही परिवार को बाहर से सब्जी भी नहीं खरीदनी पड़ती है और बिजली के मामले में पूरी तरह से ये घर आत्मनिर्भर है क्योंकि यह सोलर ऊर्जा से चलता है.
दक्षिणी दिल्ली के सैनिक फार्म में पीटर सिंह और नीनो कौर का घर है. यह घर कई मायनों में बेहद खास है. इस घर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 5-10 के बीच रहता है. जबकि घर के बाहर AQI आज भी 300 के पार है. इस घर में पेंट या प्लास्टर का इस्तेमाल नहीं किया गया है. इस घर में 15 हज़ार से ज़्यादा पेड़ पौधे लगे हुए हैं.
घर में कहीं भी कंक्रीट और पेंट का इस्तेमाल नहीं है. ईंटों को पुराने जमाने की गारी से जोड़ी गई है. पेंट की जगह चूने का इस्तेमाल किया गया है. छत पर लेंटर नहीं पत्थर की टाइल लगाई गई है. इस घर में रहने वाले 80 वर्षीय पीटर का परिवार महाराजा रणजीत सिंह के सेनापति के परिवारों से जुड़ा हुआ है.
इस घर का गेट अंग्रेजों के जमाने से भी पहले का है, जो एक किले से निकलकर पुरानी लकड़ी से बनाया गया है, वहीं, घर के अंदर जाने वाली हवा को सबसे पहले मिट्टी के बारूदे और पानी के जरिए फ़िल्टर किया जाता है. इस हवा से ही घर का तापमान गर्मियों में बाहर की तुलना में काफी कम रहता है.
इस घर के अंदर 15,000 अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे हैं, जिनकी ऑक्सीजन से ही अंदर का एयर क्वालिटी इंडेक्स हमेशा 15 से कम रहता है. पीटर और नीनो बताते हैं कि वो किसी भी सीजन में बाहर से एक भी सब्जी नहीं खरीदते हैं. इस घर में जल संचयन के लिए बारिश के पानी को 15,000 लीटर की टंकी में रखा जाता है, उसी से पेड़ पौधों की सिंचाई होती है.
राजधानी दिल्ली के वायु प्रदूषण में लगभग 8 फीसदी हिस्सा पंजाब हरियाणा पश्चिम उत्तर प्रदेश की पराली की वजह से बताया जाता है. लेकिन यहां पर इसी पराली को ऑर्गेनिक कंपोस्ट के साथ मिलकर खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें मशरूम की खेती की जा रही है.
पीटर बताते हैं कि उनकी पत्नी को ब्लड कैंसर हुआ था कीमोथेरेपी के बाद उनके फेफड़े बहुत कमजोर हो गए थे. इस पर एक डॉक्टर ने कहा कि आप लोग दिल्ली NCR छोड़ दें. किसी अच्छी जगह जाकर रहे हैं, तो वहीं एक दूसरे आयुर्वेद के डॉक्टर ने उनसे कहा कि आप सिर्फ़ ऑर्गेनिक सब्ज़ियां ही खाएं, जिसके बाद उन्होंने अपने घर को ही पूरी तरह बदलने के बारे में सोचा.