चमोली के पहाड़ों में इस बार कुदरत ने अक्टूबर के महीने में ही पर्यटकों को बर्फबारी की सौगात दे दी है. चमोली जनपद के तमाम ऊंचाई वाली जगहों पर सोमवार को हुई भारी बर्फबारी के बाद आज मौसम ने थोड़ी सी राहत दी है. वहीं बद्रीनाथ, औली की ऊंचाई वाली जगह, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी में हर तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई नजर आ रही है.
हालांकि अक्टूबर में हुई बर्फबारी के बाद पहाड़ों में जबरदस्त ठंड का प्रकोप दिखने लगा है. यहां के लोगों का कहना है कि अभी से इस में मौसम दिसंबर और जनवरी का एहसास हो रहा है.
इस बार कह सकते हैं कि पहाड़ों में जबरदस्त ठंड का प्रकोप देखने को मिलेगा तो बर्फबारी भी इस बार पर्यटकों को अच्छी खासी देखने को मिल सकती है. उधर, बड़ी संख्या में भक्त इस समय दर्शन करने बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंच रहे हैं.
सोमवार को हुई बद्रीनाथ धाम में जबरदस्त बर्फबारी के बाद आज यहां मौसम ने हल्की राहत दी है. लेकिन बद्रीनाथ धाम का नजारा अपने आप में देखते ही बन रहा है. कुदरत ने यहां भगवान बद्री विशाल के धाम का श्रृंगार बर्फ की सफेद चादर ओढ़ के कर दी है.बताते चलें कि अब एक महीने कुछ दिन का समय शेष रह गया है, जब भगवान बद्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे, लेकिन उससे पहले यहां कुदरत मेहरबान दिखाई दे रही है. यहां सोमवार को जबरदस्त बर्फबारी हुई, जिसका आनंद यहां पहुंचे तीर्थ यात्रा करने वाले लोग उठा रहे हैं.
यहां जबरदस्त ठंड के बावजूद यात्रियों के उत्साह में कहीं कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है. श्रद्धालु कड़ाके की ठंड के बावजूद भगवान बद्री विशाल के दर्शनों के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं. बर्फ की चादर के बीच यहां का नजारा बहुत ही सुन्दर दिखाई दे रहा है. वहीं पूरा बद्रीनाथ धाम इस समय अपने आप में बहुत अद्भुत दिखाई दे रहा है. क्योंकि हर तरह बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई दिखाई दे रही है. धाम में दो इंच तक बर्फ जमी हुई है. चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है.
उधर, विश्व धरोहर फूलों की घाटी में भी जबरदस्त बर्फबारी हुई है. बताते चलें कि फूलों की घाटी अभी बंद नहीं हुई है. 31 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी बंद होनी है, ऐसे में यहां पहुंचे पर्यटकों के लिए इस समय यह बड़ी सौगात दिखाई दे रही है. क्योंकि फूलों की घाटी में हर तरफ बर्फ की सफेदी दिखाई दे रही है. पर्यटक इसका लुफ्त उठाते हुए नजर आ रहे हैं.
अमूमन हर साल नवंबर लास्ट और दिसंबर-जनवरी में पहाड़ी चोटियां बर्फ से लगभग ढंकी दिखाई देती है, लेकिन इस बार अक्टूबर के महीने में ही पहाड़ियों ने बर्फ की मोटी परत ओढ़ ली है. हर तरफ इस समय पहाड़ियां बर्फ से लदी दिखाई दे रही हैं. जिधर नजर घुमाओ उधर, बर्फ ही बर्फ हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. हालांकि इस बर्फबारी के साथ ही पहाड़ों में शीतलहर का प्रकोप भी बढ़ गया है.