संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है. सदन की कार्यवाही के दौरान दो युवक दर्शक दीर्घा में कूद गए और एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागने लगे. तभी एक शख्स ने जूते से निकालकर कोई पीले रंग की स्प्रे छिड़क दी. इससे सदन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. पूरे सदन में धुआं फैल गया. प्रारंभिक जांच के अनुसार वह धुआं सामान्य किस्म का था. चिंता की कोई बात नहीं है. स्पीकर ने कहा, जब तक हमारे पास पूरी जानकारी नहीं है... प्रारंभिक जांच के अनुसार, दो व्यक्तियों और बाहर के लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. उनका सामान जब्त कर लिया गया है.
लोकसभा की सुरक्षा में सेंध के बाद इसे कुछ देर के लिए बंद किया गया था. बाद में लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे के बाद एक बार फिर से शुरू हो गई है. इस दौरान संसद सदस्यों ने सेंधमारी मामले पर लोकसभा स्पीकर से स्पष्टीकरण की मांग की, जिस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में कुल चार लाेगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें से दो लोगों को सदर के अंदर से गिरफ्तार किया गया है, जबकि बाहर प्रदर्शन कर रहे लगे दो लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की प्रारंभिक जांच के निर्देश दे दिए गए हैं. प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट आने के बाद वह पटल पर रखी जाएगी.
लोकसभा स्पीकर ने कहा, प्रारंभिक जांच के अनुसार वह धुआं सामान्य किस्म का था. दूसरी ओर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, आज 13 दिसंबर 2001 है. आज हमने उन सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी. संयोगवश यह "हमला" आज हुआ... बेशक अलग प्रकृति का है, लेकिन क्या हमने सावधानी नहीं बरती? यह सच है कि हमारे सांसद निडर होकर उन पर हावी हो गए. हमारे सुरक्षा अधिकारी उस वक्त कहां थे?'
जानकारी के मुताबिक, स्थानीय पुलिस ने परिवहन भवन के सामने रंगीन धुएं के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे 2 प्रदर्शनकारियों, एक पुरुष और एक महिला को हिरासत में लिया है. इसमें नीलम पुत्री कौर सिंह निवासी रेड स्क्वेयर मार्केट, हिसार, उम्र 42 साल और अमोल शिंदे पुत्र धनराज शिंदे निवासी लातूर, महाराष्ट्र, उम्र 25 वर्ष हैं. घटना संसद के बाहर ट्रांसपोर्ट भवन के सामने चलती सड़क पर हुई है.
पूरे मामले में दिल्ली पुलिस के सूत्र ने बताया कि संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिए गए उन दो लोगों - एक पुरुष और महिला (नीलम और अनमोल) से आईबी की एक टीम के भी पहुंचने के बाद पूछताछ की जाएगी. अन्य दो को अभी भी संसद में ही हिरासत में लिया गया है - उनकी भी जांच आईबी द्वारा की जाएगी.
दिल्ली पुलिस के हवाले से PTI ने कहा कि बुधवार को एक पुरुष और एक महिला को पीले रंग का धुआं छोड़ने वाले डिब्बे लेकर संसद भवन के बाहर विरोध करने के आरोप में हिरासत में लिया गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नीलम (42) और अमोल शिंदे (25) को परिवहन भवन के सामने से हिरासत में लिया गया और आगे की जांच जारी है. घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद संगठनों के आतंकवादियों ने 2001 में आज ही के दिन संसद परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी.
बाकी जिन दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें सागर शर्मा हैं और दूसरा शख्स मनोरंजन डी है. मनोरंजन डी की उम्र 35 साल है और वे बीई (कंप्यूटर) हैं. मनोरंजन की पढ़ाई बेंगलुरु स्थित मैसूर विवेकानंद यूनिवर्सिटी से हुई है.
सदन में सुरक्षा उल्लंघन को लेकर विपक्षी सदस्यों के विरोध के बीच लोकसभा को बुधवार शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया क्योंकि अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि उन्होंने सभी दलों की बैठक बुलाई है. बिरला ने कहा, "मैंने इस मुद्दे पर शाम 4 बजे सभी दलों की बैठक बुलाई है. तब तक सदन स्थगित कर दिया गया है." इससे पहले दिन में, दो लोग सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए और कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी, जिससे सांसदों में दहशत फैल गई. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सदन में आरोप लगाया कि दोनों व्यक्ति बीजेपी सांसदों के पास का इस्तेमाल कर परिसर में दाखिल हुए थे. उन्होंने कहा, ''मैं पूछना चाहता हूं कि सुरक्षा कहां है.''
शुरुआती पूछताछ के आधार पर सूत्रों से मिली जानकारी बताती है कि संसद के बाहर और अंदर हंगामा करने वाले चारों एक दूसरे को जानते हैं. संसद भवन के अंदर और बाहर वाले शख्स का मकसद एक ही था. सोशल मीडिया के जरिए एक दसूरे से मिले थे, फिर ये प्लान किया गया था. संसद में सुरक्षा उल्लंघन मामले में प्रारंभिक जांच का विवरण बताता है कि नीलम और अमोल के पास मोबाइल फोन नहीं था. उनके पास कोई बैग या पहचान प्रमाण नहीं था. दोनों ने किसी भी संगठन से जुड़ने से इनकार किया है. उनका दावा है कि वे अपने दम पर संसद में पहुंचे हैं. दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए विशेष टीम बना रही है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पूर्व सांसदों और सांसदों के निजी सहायकों के संसद भवन में इंट्री पास कैंसिल करने के आदेश दिए हैं.
राज्यसभा में विपक्ष ने बुधवार को लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन पर गृह मंत्री अमित शाह से स्पष्टीकरण की मांग की और उच्च सदन की कार्यवाही भी स्थगित कर दी. दिन की शुरुआत में दो घुसपैठिए लोकसभा कक्ष में कूद गए और कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी और नारे लगाए. दोपहर दो बजे जब उच्च सदन की बैठक दोबारा शुरू हुई तो सभापति जगदीप धनखड़ ने सांसदों को लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन के बारे में सूचित किया क्योंकि कुछ सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाना चाहा.
धनखड़ ने कहा, "मेरे लिए जानकारी यह है कि लोकसभा दर्शक दीर्घा में घुसपैठियों को तुरंत पकड़ लिया गया है. संसदीय सुरक्षा सेवा तुरंत मामले की जांच कर रही है. मेरे उठने से पहले हम सदस्यों को परिणाम से अवगत करा देंगे."
संसद में हुए उपद्रव की साजिश में कुल 6 लोग शामिल थे. 2 लोगों ने अंदर हंगामा किया और 2 ने बाहर हंगामा किया. दो लोग इस मामले में फरार हैं, एजेंसी तलाश में जुटी है. दिल्ली के बाहर से आए सभी 5 लोग गुरुग्राम में एक जगह रुक थे. गुरुग्राम में ललित झा नाम के शख्स के घर पर रुके थे. 5 लोगों की पहचान हो चुकी है, छठवां आदमी कौन था उसकी पहचान नहीं हुई है. एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक सब कुछ पूरी प्लानिंग के साथ किया गया है.
संसद में घुसपैठ करने वाले सागर शर्मा की मां ने कहा कि बेटा धरना प्रदर्शन करने की बात करने गया था. मां ने कहा, बेटा बैटरी रिक्शा चलाता है, 2 दिन पहले दिल्ली यह कहके गया था कि धरना प्रदर्शन में जा रहा है. कभी कोई लड़ाई झगड़ा नहीं करता है. पिता कारपेंटर का काम करते हैं और काम करने गए हैं. घर में सिर्फ चार लोग हैं, एक बहन, माता-पिता. पूरा परिवार 15 सालों से लखनऊ के रामनगर में रहता है.
संसद के बाहर से पकड़ी गई एक आरोपी नीलम के छोटे भाई का कहना है, "...हमें यह भी नहीं पता था कि वह दिल्ली गई थी. हमें बस इतना पता था कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में थी. वह परसों हमसे मिलने आई थीं और कल लौटीं. उन्होंने बीए, एमए, बी.एड, एम.एड, सीटीईटी, एम.फिल और नेट पास किया है. उन्होंने कई बार बेरोजगारी और किसानों के विरोध का मुद्दा उठाया था और इसमें भाग भी लिया था.."