फार्मर आईडी या किसान आईडी एक तरह का डिजिटल पहचान पत्र है. जिसकी मदद से किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ आसानी से मिल सकता है. अब फार्मर आईडी को पीएम किसान सम्मान निधि योजना से भी जोड़ दिया गया है. फार्मर आईडी के बिना नए आवेदकों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा.
फार्मर आईडी एक डिजिटल पहचान पत्र है. जिसकी मदद से किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का फायदा दिया जाएगा. किसान आईडी आधार कार्ड की तरह एक विशेष पहचान संख्या होगी, जो हर किसान के लिए अलग होगी. पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त का फायदा उठाने के लिए नए आवेदकों को फार्मर आईडी की जरूरत पड़ेगी. बिना फार्मर आईडी के नए आवेदक इस योजना का फायदा नहीं उठा पाएंगे.
कई तरह से फार्मर आईडी बनाई जा रही है. रोजगार सेवक, लेखपाल, पंचायत सहायक, कृषि विभाग के कर्मचारी और जन सेवा केंद्रों के जरिए किसान आईडी बनाई जा रही है. किसान घर बैठे भी फार्मर आईडी बना सकते हैं.
किसान और भी दूसरे तरीकों से फार्मर आईडी बनवा सकते हैं. सरकार गांव-गांव में कैंप लगवा रही है. जिसके जरिए किसान आईडी बनवाई जा सकती है. कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही हैं. पंचायत सहायक,किसी विभाग के तकनीकी सहायक, बीटीएम, एटीएम और जन सेवा केंद्र के जरिए भी किसान आईडी बनवा सकते हैं.
किसान आईडी बनाने के लिए कई जरूरी दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी. किसानों के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी, खसरा-खतौनी की फोटो कॉपी और आधार कार्ड के लिंक मोबाइल नंबर का होना जरूरी है. फार्मर आईडी की मदद से किसानों कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी. इससे किसानों को कृषि उत्पादकों का वितरण सुविधाजनक होगा. इसके साथ ही राज्य की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी आसानी से किसानों को मिलेगा.
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