J-K के सीएम उमर अब्दुल्ला ने NH-44 खुलवाने के लिए गडकरी से की बात, 20 दिनों से सेब उत्पादकों का ट्रकों में सड़ रहा माल

J-K के सीएम उमर अब्दुल्ला ने NH-44 खुलवाने के लिए गडकरी से की बात, 20 दिनों से सेब उत्पादकों का ट्रकों में सड़ रहा माल

जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के बंद होने के संबंध में बात की, जिससे फल विक्रेताओं में चिंता पैदा हो गई है, क्योंकि सेब से लदे ट्रक घाटी में फंस गए हैं.

Omar AbdullahOmar Abdullah
क‍िसान तक
  • श्रीनगर,
  • Sep 16, 2025,
  • Updated Sep 16, 2025, 2:07 PM IST

जम्मू-कश्मीर में सेब किसान इस वक्त आक्रोशित हैं. इसको लेकर अब मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के बंद होने के संबंध में बात की है. हाइवे बंद होने की वजह से फल विक्रेताओं में चिंता पैदा हो गई है, क्योंकि करीब 20 दिनों से सेब से लदे ट्रक घाटी में फंसे हुए हैं और उनका माल अब सड़ने लगा है. अब्दुल्ला ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अभी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से एनएच-44 की स्थिति और इस महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग पर देश के बाकी हिस्सों से संपर्क की कमी के बारे में बात की."

अगले 24 घंटों में ठोस कदम उठाए जाएंगे

मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि फल उत्पादकों की निराशा समझी जा सकती है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिख, "शुरुआती कुछ दिनों तक तो वे (सेब किसान) बहुत धैर्यवान रहे, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा राजमार्ग को स्थिर न कर पाने के कारण अपनी मेहनत को बर्बाद होते देखकर उनका धैर्य जवाब दे गया है और यह पूरी तरह से समझ में आता है." सीएम ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए अगले 24 घंटों में कुछ ठोस कदम उठाए जाएंगे, "लेकिन प्रस्तावित कार्ययोजना के बारे में और कुछ कहने से पहले मैं इसके होने का इंतज़ार करूंगा."

इससे पहले, मुख्यमंत्री ने कहा कि वह गडकरी के साथ जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग की पूर्ण बहाली पर चर्चा करेंगे, क्योंकि इस पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद होने से फल उत्पादकों और आढ़तियों को नुकसान हो रहा है. 270 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पिछले महीने भारी बारिश के बाद लगातार 9 दिनों तक बंद रहा था. इसे पिछले हफ्ते ये फिर से खोल दिया गया, लेकिन केवल हल्के मोटर वाहनों के लिए.

'अगर केंद्र संभाल नहीं सकता तो हमें दे दें'

ट्रकों और अन्य भारी वाहनों के लिए हाइवे बंद होने के कारण, फल उत्पादक अपना माल नहीं ले जा पा रहे हैं, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है. सीएम अब्दुल्ला ने पत्रकारों से कहा कि राजमार्ग मेरे पास नहीं है; यह भारत सरकार के पास है. अगर यह हमारे पास होता, तो मैं इसे अब तक (भारी मोटर वाहनों के लिए) खोल चुका होता. अगर वे (केंद्र) इसे संभाल नहीं सकते, तो उन्हें इसे हमें दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें कई बार बताया गया कि राजमार्ग जल्द ही बहाल कर दिया जाएगा, लेकिन कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के बाद, मैं केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से बात करूंगा और उनसे जल्द से जल्द राजमार्ग बहाल करने का अनुरोध करूंगा ताकि ट्रक चल सकें.

मालगाड़ियों की फ्रिक्वेंसी बढ़ाने का अनुरोध

अब्दुल्ला ने कहा कि वह रेल मंत्री से मालवाहक पार्सल ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाने का अनुरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि आज औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई एक मालवाहक पार्सल ट्रेन के लिए हम आभारी हैं. लेकिन एक ट्रेन पर्याप्त नहीं है. मैं केंद्रीय रेल मंत्री से अनुरोध करूंगा कि राजमार्ग के स्थिर होने तक इस सेवा की आवृत्ति बढ़ाई जाए. संभागीय आयुक्त कश्मीर अंशुल गर्ग ने कहा कि प्रशासन राष्ट्रीय राजमार्ग-44 और मुगल रोड, दोनों पर फंसे फलों से लदे ट्रकों को निकालने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहा है.
(सोर्स- PTI)

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