उज्जैन जिले की नागदा तहसील में किसानों के साथ चार करोड़ की धोखाधड़ी का एक मामला सामने में आया है, जिसके बाद नागदा पुलिस हरकत में आई और तीन व्यापारियों को हिरासत में लिया. पुलिस ने किसानों को उनका हक दिलाने के लिए व्यापारियों के प्लॉट, मकान, वाहन और अन्य प्रापर्टी के दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं, ताकि उन्हें कुर्क करके किसानों का पैसा दिलाया जा सके. दरअसल, नागदा थाने में करीब 60 किसानों ने शिकायत की थी कि नागदा के व्यापारी सौरभ मोदी, राजेश संगीतला और पुखराज गुर्जर ने ऊंचे दाम देने का लालच देकर किसानों से उनकी उपज खरीदी और बाद में उसका भुगतान नहीं किया.
इन व्यापारियों ने ठगी करते हुए सभी किसानों के करीब 4 करोड़ रुपए हड़प लिए. मामले में केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और कोर्ट से इनका रिमांड लेने की बात कही. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस ठगी का मास्टर माइंड सौरभ मोदी है. इन आरोपियों ने नागदा, खाचरोद, उन्हेल सहित समीप के गांवों के किसानों को ठगा है. ठगी गई राशि बरामद करने के लिए पुलिस ने तीनों व्यापारियों के प्लॉट, मकान, चार पहिया वाहन सहित अन्य प्रापर्टी जब्त की है, ताकि सभी संपत्तियों की कुर्क करके किसानों को उनके हक का पैसा दिलवाया जाए.
उज्जैन जिले के पुलिस कप्तान प्रदीप शर्मा ने बताया कि कुछ व्यपारियों ने पिछले पांच छह महीने में किसानों से गेहूं, सोयाबीन और अन्य अनाज खरीदा और उसके बाद अभी तक उनका पैसा नहीं दिया. ये करीब चार करोड़ रूपये के आसपास का गबन होना पाया गया. इस मामले में तीन व्यापारियों को हिरासत में लिया गया है और उनके पूरे रिकॉर्ड्स का आकलन किया जा रहा है.
आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है, जब किसानों के साथ इस तरह का फ्रॉड किया गया हो. इससे पहले भी किसान ऐसे कई मामलों में फंस चुके हैं. कई बार तो परेशान किसान अपनी शिकायत तक दर्ज नहीं करवाते, जिसकी वजह से बिचौलिए व्यापारी या दलाल किसानों के साथ इस तरह की ठगी करते रहते हैं.
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि हम लोग लगातार किसानों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनसे लगातार संवाद कर रहे हैं. इसी दौरान नागदा के कुछ किसानों ने बताया कि कुछ व्यपारियों ने पिछले पांच छह माह में उनसे गेहूं और अन्य अनाज सोयाबीन खरीदा और उसके बाद अभी तक उनका पैसा पूरा नहीं दिया गया.
करीब चार करोड़ रुपये के आसपास का गबन होना पाया गया और उसमें तीन व्यापारियों को अभी हिरासत में लिया गया और उनके पूरे रिकॉर्ड्स का आकलन किया जा रहा है. उनकी प्रॉपटी-प्लॉट और घर को अटैच करने के लिए दस्तावेज जब्त किए हैं. अब बाद में न्यायालय में उनकी कुर्की की कार्रवाई की जाएगी, जिससे किसानों को उनका पैमेंट हो सके, उसके प्रयसा किए गए हैं. (संदीप कुलश्रेष्ठ की रिपोर्ट)