मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हैं. इसी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इससे पहले पहली लिस्ट में भी 39 उम्मीवदारों की घोषणा की गई थी. अभी तक बीजेपी कुल 78 उम्मीदवारों के नाम जारी कर चुकी है. दूसरी लिस्ट में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय राज्यमंत्री फागन सिंह कुलस्ते, केंद्रीय राज्यमंत्री पटेल प्रह्लाद, सांसद गणेश सिंह पटेल, सांसद राकेश सिंह और सांसद रीति पाठक और बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया गया है. सांसद उदयप्रताप सिंह भी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. सबसे चौकाने वाली बात ये है कि बीजेपी ने अभी तक 78 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम अभी तक घोषित नहीं किया है.
बीजेपी ने अपनी दूसरी सूची में तीन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते और चार सांसद- राकेश सिंह, गणेश सिंह, रीति पाठक और उदय प्रताप सिंह को विधानसभा चुनाव उम्मीदवार बना कर मैदान में उतारा है. प्रह्लाद सिंह पटेल को पार्टी ने नरसिंहपुर से उनके भाई ज़ालम सिंह पटेल की जगह उम्मीदवार बनाया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी इंदौर-1 से उम्मीदवार बनाया है. कैलाश विजयवर्गीय को टिकट मिलने के बाद अब उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय को टिकट मिलने की संभावना नहीं है. सूत्रों की मानें तो आकाश विजयवर्गीय के बैट कांड के बाद से ही बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व नाराज चल रहा था. अब इसका खामियाजा आकाश विजयवर्गीय का भुगतना पड़ रहा है. अभी तक दो लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं किया गया है,
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जिन तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार सांसदों को पार्टी ने मध्यप्रदेश के चुनावी समर में उतारा है, उसके पीछे कारण ये है कि सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत जमीनी पकड़ रखते हैं. जैसे नरेंद्र सिंह तोमर गवलियर, गुना और मुरैना में प्रभावी हैं. गणेश सिंह सतना, राकेश सिंह जबलपुर, उदयप्रताप सिंह होशंगाबाद, रीति पाठक सीधी क्षेत्र में प्रभावशाली नेता हैं. ये सभी नेता अपने विधानसभा के अलावा आसपास की कई विधानसभा सीटो को प्रभावित कर पार्टी की झोली में सीटों की संख्या बढ़ा सकते हैं.
बीजेपी छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी इसी फार्मूले के तहत केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा चुनाव उम्मीदवार बना सकती है. तेलंगाना में भी प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी और तीनों सांसदों संजय बंदी, अरविंद धर्मपुरिया, सोयम बाबू राव समेत राजेंद्र इटेला को भी विधानसभा चुनाव में दो-दो हाथ करने के लिए चुनाव मैदान में उतार सकती है.
इससे पहले बीजेपी ने बंगाल और त्रिपुरा में केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाने का प्रयोग किया था. बंगाल में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद लॉकेट चैटर्जी, सांसद निसिथ प्रामाणिक, सांसद जगन्नाथ सरकार, राज्यसभा सांसद स्वप्न दास गुप्ता को विधानसभा चुनाव लड़वाया था. त्रिपुरा में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा गया था. (हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट)