देशभर में कई राज्यों में बेसहारा गाय और गोवंशों के रखरखाव के लिए गौशालाएं चलाई जा रही हैं. राज्य सरकारें योजनाओं के माध्यम से इन गौशालाओं के संचालन पर करोड़ों रुपये खर्च भी कर रही है, लेकिन कई गौशालाओं में गाय-गोवंश के हालात बेहद खराब हैं. एक ऐसा ही गौशाला की बदहाली का वीडियो झांसी के मऊरानीपुर क्षेत्र के ग्राम कदौरा गौशाला से सामने आया है. यह वीडियो हर किसी के दिल को झखझोर रहा है. गौशाला में जिंदा गायें तड़प रही हैं, जिनकी आंखें कौवे और अन्य पक्षियों बेरहमी से नोच दी हैं.
प्रदेश सरकार द्वारा दिए जा रहे करोड़ों रुपये के बजट के बावजूद गौशालाओं की यह दुर्दशा सवाल खड़े करती है कि आखिर गौ संरक्षण के नाम पर मिलने वाला पैसा कहां जा रहा है और इन तड़पती गायों का हत्यारा कौन है.
मऊरानीपुर तहसील में इन दिनों गौशालाओं में गौ संरक्षण के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, जहां कागजों में गायों की संख्या ज्यादा दर्शाकर सरकारी मद की बंदरबाट की जा रही है और गौ सेवा की जगह उनकी स्थिति बद से बदतर बनी हुई है.
कदौरा की गौशाला से सामने आए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि दर्जनभर गौवंश मृत और घायल अवस्था में पड़े हुए हैं. इस तरह की घटनाओं की खबर के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन गौशाला की यह दुर्दशा प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर रही है.
वहीं, जब इस घटना को लेकर मऊरानीपुर उपजिलाधिकारी प्रदीप कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो मेरे संज्ञान में सामने आया है, जिसमें कुछ गाएं मृत हैं और कुछ बीमार हैं. इस संबंध में तत्काल पशु चिकित्सा अधिकारी राजस्व की टीम को भेजा गया है और संबंधित वीडियो के लिए जांच करने के निर्देश दिए हैं. जांच के बाद अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. (अजय झा की रिपोर्ट)