
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को गंग नहर की सौवीं सालगिरह के मौके पर 1,717 करोड़ रुपये के सिंचाई प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है. उन्होंने सतलुज से मिलने वाली इस मुख्य सिंचाई नहर की तारीफ करते हुए इसे महाराजा गंगा सिंह उस नज़रिए की निशानी बताया, जिसने रेगिस्तान को उपजाऊ जमीन में बदल दिया. श्रीगंगानगर जिले के साधुवाली में गंग नहर की सौवीं सालगिरह के मौके पर हुए कार्यक्रम में CM ने कहा कि सरकार की किसान-केंद्रित नीतियों से राज्य की लंबे समय की तरक्की होगी. साथ ही उन्होंने गन्ने की सभी किस्मों के लिए मिनिमम सपोर्ट प्राइस में 15 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की घोषणा की.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बताया कि गन्ने की अगेती किस्म का खरीद मूल्य अब 401 रुपये की बजाय 416 रुपये होगा, मध्य किस्म की कीमत 391 से बढ़ाकर 406 और पिछैती गन्ने की किस्म की कीमत 386 से बढ़ाकर 401 रुपये की जा रही है. इससे गन्ना उत्पादक किसानों को काफी लाभ होगा.
CM शर्मा ने कहा कि सिंचाई के ज़रूरी प्रोजेक्ट, जिनमें 647 करोड़ रुपये में फिरोजपुर बैराज से फीडर ड्रेन का रिकंस्ट्रक्शन, 300 करोड़ रुपये में बीकानेर कैनाल को अपग्रेड करना और 695 करोड़ रुपये में गंग कैनाल सिंचाई एरिया के 3.14 लाख हेक्टेयर को ऑटोमेशन करना शामिल है, जो अक्टूबर 2027 तक पूरे हो जाएंगे. इसके अलावा खराब नहरों और माइनर्स की मरम्मत पर और 75 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने पिछले दो सालों में कैनाल सिस्टम को मजबूत करने के लिए लगभग 5,000 करोड़ रुपये तय किए हैं, जिसमें अकेले इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) कैनाल के मॉडर्नाइजेशन के लिए 3,400 करोड़ रुपये दिए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि राम जल सेतु लिंक और यमुना जल समझौते के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) पर काम शुरू हो गया है. शर्मा ने कहा कि PM किसान स्कीम के तहत राज्य के 76 लाख से ज़्यादा किसानों को 10,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा ट्रांसफर किए गए हैं, और 44,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा के बिना ब्याज वाले फसल लोन बांटे गए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि PM-KUSUM सोलर स्कीम के तहत राजस्थान टॉप परफॉर्मर में से एक बना हुआ है. मुख्यमंत्री ने श्री गंगानगर जिले में विकास प्रोजेक्ट्स का भी रिव्यू किया, जिसमें नहर की मरम्मत, पक्की माइनरों का निर्माण और IGNP हिस्से को मजबूत करना शामिल है. इवेंट को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी गंग नहर की भूमिका की तारीफ की, और कहा कि जलमार्ग की सौवीं सालगिरह एक सदी पुराने बदलाव का प्रतीक है, जिसने "मौत की घाटी को ज़िंदगी की घाटी" में बदल दिया. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए. (PTI)