कभी किसानों के लिए बनी कार्बाइड गन पर पूर्ण प्रतिबंध, 48 घंटे में 42 घायल — कलेक्टर ने जारी किए सख्त आदेश

कभी किसानों के लिए बनी कार्बाइड गन पर पूर्ण प्रतिबंध, 48 घंटे में 42 घायल — कलेक्टर ने जारी किए सख्त आदेश

दीपावली के बाद कार्बाइड गन से लगातार बढ़ रहे हादसे — आंखों की रोशनी गंवा रहे लोग. ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने निर्माण, खरीद-बिक्री, प्रदर्शन और उपयोग पर लगाई रोक, उल्लंघन पर होगी कानूनी कार्रवाई.

carbide gun incidentcarbide gun incident
क‍िसान तक
  • Gwalior,
  • Oct 24, 2025,
  • Updated Oct 24, 2025, 8:31 PM IST

दीपावली के दौरान कार्बाइड गन — जिसे स्थानीय रूप से ‘देशी पटाखा गन’ भी कहा जाता है — से हुए गंभीर हादसों के बाद ग्वालियर प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. बीते 48 घंटे में 42 से अधिक लोग कार्बाइड गन से झुलसकर घायल हुए हैं. अकेले गुरुवार को 23 नए केस दर्ज हुए. इनमें से कई मरीजों की आंखें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं. ये वही कार्बाइड गन है जिसे कभी किसानों की मदद के लिए बनाया गया था ताकि बंदर या जंगली जानवरों को खेत से भगाया जा सके. बाद में इसका दुरुपयोग बाकी काम में भी होने लगा. हालिया घटनाएं दिवाली में सामने आई हैं.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रुचिका चौहान ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत आदेश जारी करते हुए कार्बाइड गन, पोटाश गन, गैस लाइटर और प्लास्टिक पाइप से बने उपकरणों के निर्माण, क्रय, विक्रय, प्रदर्शन और उपयोग पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है.

कलेक्टर ने बताया कि यह निर्णय नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए लिया गया है. आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 और अन्य अधिनियमों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

बढ़ते हादसे और गंभीर चोटें

ग्वालियर के JH अस्पताल, जिला अस्पताल, बिड़ला अस्पताल और रतन ज्योति नेत्रालय में झुलसे हुए मरीजों का इलाज जारी है. डॉक्टरों के मुताबिक, 8 मरीजों की आंखों को गंभीर चोट पहुंची है, जिनमें 4 के कॉर्निया पूरी तरह जल गए हैं. 1 मरीज को गंभीर स्थिति में भोपाल AIIMS रेफर किया गया है, जबकि 8 मरीजों की आंखों का ऑपरेशन किया गया है.

डॉ. आर.के.एस. धाकड़, डीन, गजराराजा मेडिकल कॉलेज ने कहा —

“कार्बाइड गन से निकलने वाली गैस आंखों और तंत्रिका तंत्र के लिए बेहद खतरनाक है. इसकी चिंगारी और गैस दोनों स्थायी नुकसान पहुंचा सकते हैं.”

प्रशासनिक कार्रवाई

जिला प्रशासन की संयुक्त टीमें भितरवार, लोहिया बाजार, नया बाजार बाड़ा और हीरा वेल्डिंग सेंटर क्षेत्र में जांच अभियान चला रही हैं. कलेक्टर रुचिका चौहान ने नागरिकों से अपील की है कि—

“यदि किसी के पास अवैध रूप से कार्बाइड गन के निर्माण, बिक्री या उपयोग की जानकारी हो तो तुरंत सूचना पुलिस कंट्रोल रूम पर दें.”

सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर

0751-7049101029, 0751-2363636, 0751-2445333

क्यों है कार्बाइड गन खतरनाक

कलेक्टर के आदेश में कहा गया है कि कार्बाइड और पानी के मिश्रण से एसिटिलीन गैस बनती है, जो विस्फोटक होती है और इसके संपर्क में आने पर आंखों, दिमाग और नर्वस सिस्टम को गंभीर क्षति पहुंचाती है. प्रशासन को आशंका है कि आने वाले विवाह समारोहों या आयोजनों में इसका इस्तेमाल बढ़ सकता है, इसलिए पहले ही सख्त प्रतिबंध लगाया गया है.

किसानों के लिए कारगर गन

किसान लंबे समय से बंदरों को डराने के लिए कार्बाइड गन का इस्तेमाल करते आ रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर इन डिवाइस पर ध्यान जाने के बाद कई लोगों ने दिवाली के दौरान इन्हें घर पर आजमाने की कोशिश की. इसके बाद घटनाएं बढ़ती गईं.

अधिकारियों के बयान

कार्बाइड गन से खेलने के बाद कई बच्चों की आंखों में चोट लगने के मामले पर, हमीदिया हॉस्पिटल, भोपाल के आई डिपार्टमेंट की HOD, डॉ. कविता कुमारी कहती हैं-

"...अभी छह बच्चे गंभीर चोटों के साथ हॉस्पिटल में एडमिट हैं, 27 अन्य बच्चों का इलाज करके डिस्चार्ज कर दिया गया है. हॉस्पिटल यह पक्का करने के लिए इलाज दे रहा है कि बच्चों की आंखों की रोशनी वापस आ जाए. इस घटना से बच्चों के परिवारों को बहुत दुख हुआ है."

भोपाल पुलिस कमिश्नर, हरिनारायण चारी मिश्रा कहते हैं- 

"एक FIR दर्ज की गई है और लगभग सौ ऐसी बंदूकें जब्त की गई हैं. एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है और सभी को निर्देश दिया गया है कि विस्फोटक सामग्री की कोई भी अनाधिकृत बिक्री गैर-कानूनी है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी..."

'आजतक' की खबर का असर

  • भोपाल में कार्बाइड गन बेचने पर लगी रोक.
  • ⁠कार्बाइड गन का भंडारण भी नहीं कर सकेंगे.
  • ⁠कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जारी किया आदेश.
  • '⁠आजतक' ने प्राइम टाइम शो खबरदार में बुधवार को प्रमुखता से उठाया था इस मुद्दे को.
  • ⁠राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में कार्बाइड गन से लोगों की आंखें हुई हैं खराब.
  • ⁠कार्बाइड गन बेचने और इस्तेमाल करने वाले के खिलाफ की जाएगी कानूनी कार्रवाई. (सर्वेश पुरोहित का इनपुट)

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