
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से घूसखोरी का मामला सामने आया है. मोदीनगर तहसील की एक महिला लेखपाल बबीता त्यागी का रिश्वत लेते हुए का स्टिंग वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो सामने आते ही प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से लेखपाल को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी है. दरअसल मोदीनगर के गांव नंगला आक्खू निवासी किसान संदीप अपनी खेत के अंश-विभाजन का काम कराने के लिए महिला लेखपाल के पास गया था, जिसके बदले रिश्वत के एवज में महिला लेखपाल उसका काम करने को तैयार हुईं.
घटना के वायरल वीडियो में स्पष्ट दिखाई देता है कि बबीता त्यागी अपनी कार की आगे की सीट पर बैठी हैं. किसान पैसे निकालता है, तभी लेखपाल उसे चेताती नजर आती हैं. “मोबाइल पलटकर रखो… ऐसे मत रखो" इसके बाद वह पूरी एहतियात के साथ रकम लेती हैं और अंश विभाजन का “कम से कम 5 हजार रुपये” का रेट बताती हैं, जबकि किसान मिन्नतें करके तीन हजार रुपये पर सौदा पक्का कराता है और बाकी बची रकम काम पूरा होने के बाद देने को कहता है.
किसान संदीप ने पूरी बातचीत रिकॉर्ड कर ली. वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया. मामले की शिकायत युवा भाजपा नेता हर्ष त्यागी ने जिलाधिकारी को दी थी, जिसके बाद जांच के आदेश जारी हुए हैं. तहसील प्रशासन के मुताबिक बबीता त्यागी करीब पांच वर्ष से तहसील मुख्यालय पर तैनात थीं. फिलहाल उनके पास निवाड़ी क्षेत्र के सुहाना–भनैड़ा हल्के की जिम्मेदारी थी. आरोप है कि किसान संदीप की भूमि का अंश-विभाजन रिश्वत के बिना आगे नहीं बढ़ाया जा रहा था.
उप जिलाधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि शिकायत और वीडियो की पुष्टि के बाद महिला लेखपाल बबीता त्यागी को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. वहीं, इलाके के लोगों का मानना है कि तहसील मुख्यालय लेखपालों के भ्रष्टाचार का मजबूत केंद्र बन गया है. इस मामले ने एक बार फिर सिस्टम की पोल खोल दी है. इस पूरे घटनाक्रम ने तहसील के कामकाज और लेखपाल व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. (मयंक गौर की रिपोर्ट)