बीकानेर-श्रीगंगानगर में कल हाईवे जाम करेंगे किसान, सिंचाई के लिए अतिर‍िक्‍त पानी नहीं मिलने से हुए नाराज

बीकानेर-श्रीगंगानगर में कल हाईवे जाम करेंगे किसान, सिंचाई के लिए अतिर‍िक्‍त पानी नहीं मिलने से हुए नाराज

राजस्थान के बीकानेर संभाग के किसानों ने अतिर‍िक्‍त पानी की मांग को लेकर घड़साना टोल पोस्ट पर NH-911 और 620 RD के पास सतासर नेशनल हाईवे को बाधित करने का प्‍लान बनाया है. किसान लूणकरणसर में बीकानेर-श्रीगंगानगर नेशनल हाईवे को भी जाम करेंगे.

हाईवे जाम करेंगे बीकानेर संभाग के किसानहाईवे जाम करेंगे बीकानेर संभाग के किसान
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 14, 2025,
  • Updated Feb 14, 2025, 8:04 PM IST

राजस्थान के बीकानेर संभाग के किसानों ने रबी फसल के लिए इंदिरा गांधी नहर से अतिरिक्त सिंचाई पानी की मांग की थी, लेकिन प्रशासन के साथ बातचीत में कोई हल नहीं निकला जिसके बाद किसानों ने शनिवार को 'चक्का जाम' बुलाया है.  बीकानेर संभाग में श्रीगंगानगर जिले के किसान भी शामिल हैं. किसानों ने घड़साना टोल पोस्ट पर NH-911 और 620 RD के पास सतासर नेशनल हाईवे को बाधित करने का प्‍लान बनाया है. किसान लूणकरणसर में बीकानेर-श्रीगंगानगर नेशनल हाईवे को भी जाम करेंगे.

इन क्षेत्रों के किसान कर रहे प्रदर्शन

घड़साना, अनूपगढ़, खाजूवाला और रावला क्षेत्रों के किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए पानी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के विरोध का समर्थन कर रही अनूपगढ़ विधायक शिमला देवी ने कहा कि उन्‍होंने सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी की मांग करते हुए राजस्थान विधानसभा के चल रहे सत्र में मुद्दा उठाया है. हम जल संसाधन मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

कई हाईवे जाम करेंगे किसान

उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन विरोध जारी है और किसान अपने आंदोलन के तहत शनिवार को हाईवे जाम करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) का सदस्य नहीं है, जो पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ को पानी की आपूर्ति को नियंत्रित करता है.

किसानों ने बयां किया दर्द

किसान सुभाष बिश्नोई ने कहा कि अगर हमें अतिरिक्त सिंचाई पानी मिले तो हमारी फसलें बच सकती हैं, लेकिन सरकार ने पानी की आपूर्ति बंद कर दी है, जिससे हमारी फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गई हैं. वहीं, एक अन्‍य गांव के किसान अजमेर सिंह ने कहा कि पानी की कमी के कारण खेतों में खड़ी फसलें सूख रही हैं, जिससे भारी नुकसान हो रहा है.

अजमेर सिंह ने कहा कि कई किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं, उन्होंने बुवाई के लिए बैंकों से कर्ज लिया है या साहूकारों से उधार लिया है. अब जब फसलें सूखने के कगार पर हैं, तो कड़ी मेहनत और निवेश बर्बाद होता दिख रहा है.

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