खरगोन जिले सहित प्रदेशभर के करीब 55 हजार सरकारी समिति कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से खरगोन जिले की 128 राशन दुकान बंद पड़ी है. इसके चलते किसानों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. किसानों को फसलों के लिए यूरिया खाद की सख्त आवश्यकता है. ऐसे में जिलेभर की राशन दुकानों पर ताले डले होने के कारण किसानों को खरगोन जिला मुख्यालय पर स्थित मध्य प्रदेश विपणन संघ खाद वितरण केंद्र पर खाद के लिए आना पड़ रहा है. खरगोन शहर से 60 किलोमीटर दूर सिरवेल, पीपलझोपा, कदवाली और 70 किलोमीटर दूर झिरन्या क्षेत्र के किसान सुबह से बाइक लेकर यूरिया खाद लेने पहुंच रहे हैं. सुबह से शाम तक लाइन में लगकर एक पार्टी पर पांच बोरी यूरिया खाद नसीब हो रहा है.
मध्य प्रदेश राज्य वितरण संघ की जिलाधिकारी श्वेता सिंह का कहना है अभी सारी समितियों की हड़ताल चल रही है इसलिए जो भी रैक लग रही है. हम प्रोवाइड कर रहे हैं क्योंकि हड़ताल चल रही है इसलिए उनके द्वारा उपलब्ध नहीं किया जा रहा है. किसानों का वितरण संघ केंद्र के प्रति विशेष लगाव है. यहां खाद आसानी से मिल जाती है इसलिए पूरा क्राउड डायवर्ट होकर हमारे केंद्र पर लग रहा है. एक एकड़ पर दो बोरी दी जा रही है. डिमांड के अनुरूप दे रहे हैं. अभी दो रैक लगी है.
60 किलोमीटर दूर सिरवेल निवासी किसान मनोज जमरे का कहना है सिरवेल से खाद लेने आए हैं वहां खाद नहीं मिल रहा. यहां से 60 किलोमीटर दूर है. दो बोरी मिल रही थी, हड़ताल के कारण वो भी नहीं मिल रही. इसलिए खरगोन आना पड़ रहा है.
40 किलोमीटर जूना बिलवा निवासी किसान कैलाश खोड़े का कहना है खाद नहीं मिल रही है. इसलिए यहां 40 किलोमीटर दूर खरगोन आना पड़ रहा है. हड़ताल होने के कारण धूलकोट सोसाइटी में खाद नहीं मिल रहा. 35 से 40 किलोमीटर दूर खरगोन आना पड़ रहा है. खाद के लिए भारी दिक्कत हो रही है. यहां पर सुबह 10 बजे से आकार दिनभर परेशान हो रहे हैं.